प्रयागराज (ब्‍यूरो)। मार्केट में तमाम कंपनियों के महंगे सामान आसानी से फाइनेंस हो जाते हैं। फिर वह एसी हो या टीवी, फ्रिज, मोबाइल, लैपटॉप अथवा कुछ और। साइबर थाने में को मिली जांच में फरियादियों ने पूरी घटना का जिक्र किया है। कहा है कि वह अपना आधार और पैन कार्ड मोबाइल सिम आदि खरीदने के लिए कॉपी करवाए थे। जिसका प्रिंट खराब हो जाता था वह उसे वहीं दुकान पर ही छोड़ दिए। कई और भी जगह वह दोनों डाक्यूमेंट लगाए, काम नहीं होने के बाद भी उसे लेने के लिए नहीं गए। किसी इसी आधार और पैनकार्ड को लगाकर शातिरों ने महंगे सामान किस्त पर फाइनेंस करवा लिए। किस्त जब समय पर जमा नहीं हुई तो नोटिस घर आ गई। यह नोटिस घर पहुंचा तो सभी परेशान हो गए। मालूम करने पर पता चला कि फाइनेंस में उनके आधार और पैन कार्ड लगे हुए हैं। जब वह चेक कराए तो उन्हें मालूम चला कि हस्ताक्षर उनके नहीं हैं। इसके बाद नए तरीके के इस फ्राड का मामला सामने आया। पीडि़तों द्वारा शिकायत पुलिस से की गई। चूंकि यह सारे फ्राड ऑनलाइन हुए हैं, इसलिए पुलिस अफसरों द्वारा जांच साइबर थाने को सौंपा गया है। अब साइबर थाने की टीम उन शातिरों की फैली हुई जड़ खोजने में जुटी हुई है। हालांकि अभी उनके बारे में कुछ खास क्लू नहीं मिल सके हैं।

कहीं पर भी नहीं छोड़े अपने कागजात
मामले की विवेचना में जुटी साइबर थाने की पुलिस ने कहा कि ज्यादातर इस तरह के फ्राड ऑनलाइन फाइनेंस के जरिए किए गए हैं
सामान का फाइनेंस करवाने वाले शातिरों ने दूसरों का आधार और पैनकार्ड लगा रखा है। मोबाइल नंबर भी वह दूसरों का ही दे रखे हैं
शिकायतकर्ता में एक कीडगंज एरिया के एक सर्राफा कारोबारी तो दूसरे एक ठेकेदार और तीसरा एमआर एवं चौथा एक प्राइवेट कंपनी में मार्केटिंग अफसर है
फ्राड की इस घटना को देखते हुए साइबर थाने के एक्सपर्ट द्वारा लोगों को सतर्क और आगाह किया गया है
एक्सपर्ट ने कहा है कि कहीं पर भी कोई अपना अपने आधार और पैनकार्ड की फोटो कॉपी छोड़कर नहीं जाएं
यदि कॉपी किए गए यह डाक्यूमेंट खराब हो गए हैं तब भी उसे लेकर वहीं फाड़ दें या फिर उसे कलम से काट दें
किसी भी प्राइवेट काम के लिए यह कागजात जब दें और कार्य नहीं हो तब भी अपनी फाइल वहां से वापस जरूर लें

आधार और पैन कार्ड को लेकर लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। जब तक विवेचना पूरी नहीं हो जाती हम शिकायतकर्ताओं के नाम एड्रेस ओपन नहीं कर सकते हैं। उम्मीद है कि जल्द ही इस केस का खुलासा किया जाएगा। कुछ क्लू भी मिल गए हैं जिस पर काम किया जा रहा है।
राजीव तिवारी प्रभारी निरीक्षक साइबर थाना