बुलंद हौसले के दम पर कई लोगों ने कोरोना को दिया मात, बोले हौसले के साथ करें इलाज
PRAYAGRAJ:
नाम- डॉ। आशुतोष त्रिपाठी
पता- तिलकनगर अल्लापुर
नाम- वैभव कुमार
पता- भोला का पुरवा धूमनगंज
इनकी तरह तमाम लोग हैं, जो कोरोना को मात दे चुके हैं। कहर बनकर टूट रहे कोरोना पर जीत का जरिया इनका हौसला था। रिपोर्ट आने के बाद वह तनिक भी डरे नहीं। डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेट हो गए। निर्देश के मुताबिक दवाओं के साथ अन्य जरूरी उपाय भी करते रहे। इस बीच वह कभी इस बारे में सोचे ही नहीं कि वह पाजिटिव हैं। जब भी ऐसे निगेटिव थॉट आए वह दिमाग को किसी न किसी तरह दूसरी तरफ डायवर्ट किए। बगैर डरे हौसले के साथ की गई इनकी कोशिश कोरोना को मात देने में सफल हो गई। दोनों लोग कहते हैं कि हिम्मत बड़ी चीज है। हौसला रखने वालों की मदद भगवान भी करते हैं। कहावत है कि 'हिम्मते मर्दे तो मददे खुदा'
इस तरह हार गया कोरोना
डॉ। आशुतोष त्रिपाठी के घर में कई सदस्य रहते हैं। कहते हैं कि जब रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई तो थोड़ी टेंशन हुई थी। मगर इस निगेटिव थॉट को खुद पर हावी नहीं होने दिए। घर वालों को बताते हुए उनसे दूरी बना लिए और होम आईसोलेट हो गए। चूंकि घर में ही था कोई काम भी नहीं तो टीवी व मोबाइल के जरिए वक्त बिताने की कोशिश में लग गया। पाया कि इसमें हर जगह कोरोना की ही चर्चाएं चल रही हैं। फिर इन माध्यमों से भी खुद को बैक कर लिया। दिक्कत तो थी ही, मैं दवाएं लेने के साथ नियम से पानी का भाप, काढ़ा लेता रहा। इसके साथ खाने में प्रोटीन युक्त चीजें भी बढ़ा दिए थे। कहते हैं कि काढ़ा में गिलोय, अदरक, काली मिर्च, तुलसी पत्ती, का प्रयोग किया करते थे। टाइम पास के लिए कॉमेडी मूवी आदि देख लिया करते थे। इस तरह अब पूरी तरफ फिट हो गए। वह कहते हैं कि कोरोना से डरने के बजाय आराम से घर पर रहें कर एंज्वाय के मूड में इसका सामना करना। हौसले के साथ जितनी जिंदा दिली से रहेंगे उतनी ही जल्दी इस पर विजय पा लेंगे।
मन के हारे हार है और मन के जीते जीत
कोरोना को मात दे चुके रिटायर्ड फौजी सुरेंद्र के बेटे वैभव के हौसले की भी दाद देनी पड़ेगी। कहते हैं कि अब तो वह पूरी तरह ठीक होकर गांव में हैं। जब पाजिटिव रिपोर्ट आई थी तो थोड़ी देर के लिए वह परेशान हो गए थे। फिर मन में यह सोच लिए कि हमें ठीक होना ही है। बस इसी हौसले व सोच के साथ हम डॉक्टर के बताए रास्ते पर इलाज शुरू किए। होम आईसोलेशन में थे, परिवार का भी सपोर्ट मिला। टीवी न्यूज से खुद को दूर कर लिए थे। क्योंकि इसमें निगेटिव थॉट ज्यादा दिखाए जा रहे थे। बस दवाएं और जरूरी उपाय जैसे भाप आदि लेते रहे और कुछ दिन पहले ही रिपोर्ट निगेटिव आ गई। 'मन के हारे हार है और मन के जीते जीत'।
इस तरह दें कोरोना को मात
- रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद सबसे पहले खुद के अंदर का डर निकाल दें
- दूसरों के बारे में सोचना बंद कर दें और खुद के इलाज पर ध्यान केंद्रित कर लें
- टीवी न्यूज व मोबाइल से दूरियां जरूर बना लें और इलाज में शिद्दत से लग जाएं
- डॉक्टरों की सलाह पर ध्यान दें और दवाएं खाना, भाप, काढ़ा आदि नियमित लें
- गर्म पानी और नीबू का सेवन जरूर करें, सुबह शाम आजवाइन भी खाएं
- खाने में प्रोटीन वाली चीजों का प्रयोग ज्यादा करें, अरहर की दाल जरूर लें