प्रयागराज ब्यूरो । मंडल में शामिल फतेहपुर जिले को शहरी आशाओं की जरूरत नहीं है। यही कारण है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत फतेहपुर में 63 शहरी आशाओं की भर्ती किया जाना है्र मगर यहां आशाओं की भर्ती करना तो दूर अभी तक विज्ञापन जारी नही किया गया है। शुक्रवार को एडी हेल्थ कार्यालय में हुई मंडलीय समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई तो अधिकारी ने नाराजगी जताई। एडी डॉ राजेश सिंह ने फतेहपरु सीएमओ को जल्द से जल्द आशाओं की भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने का निर्देश दिया्र। इसके अलावा उन्होंने समस्त जनपदों के शहरी क्षेत्रों में आवंटित आयुष्मान आरोग्य मंदिर को अविलंब क्रियाशील करने को कहा्र है।
कौन सा जिला किस नंबर पर
बैठक में अक्टूबर 2024 तक की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा की गई्र जिसमें 20 अक्टूबर तक सरकारी अस्पतालों में संभावित प्रसव का आंकड़ प्रस्तुत किया गया। जिसमें फतेहपुर में 64.1, कौशाम्बी 75.1. प्रतापगढ़ 47.3 व प्रयागराज में 72.6 फीसदी प्रसव किया गया है। इसी तरह नवजात शिशुओं के जन्म के सापेक्ष फतेहपुर में 92.5, कौशाम्बी 101.5, प्रतापगढ़ 98.3 व प्रयागराज में 98.2 फीसदी हेपेटाइटिस टीके की बर्थडोज दी गई्र। इस दौरान सीजेरियन प्रसव के मामले में फस्र्ट रेफरल यूनिट फतेहपुर का खागा व प्रयागराज में कौडि़हार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अक्टूबर माह के लक्ष्य 40 के सापेक्ष कुल 22 व 13 ऑपरेशन होने पर नाराजगी जताई गई।
नियमित टीकाकरण में आगे रहा प्रयागराज
नियमित टीकाकरण के तहत 0 से 1 वर्ष के बच्चों के लक्ष्य के सापेक्ष फतेहपुर में 97.5 प्रतिशत, कौशाम्बी में 99.6, प्रतापगढ़ में 98.0 व प्रयागराज में 103.1 प्रतिशत बच्चों का पूर्ण टीकाकरण किया गया्र। इस पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों की स्क्रीनिंग के मामले में प्रतापगढ की स्थिति खराब पाई गई्र। यहां मात्र 71 बच्चों की स्क्रीनिंग अक्तूबर माह में हुई्र जिसमें सुधार लाने को कहा गया्र। इसके अलावा जननी सुरक्षा योजना के तहत सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर प्रसवों के सापेक्ष लाभार्थियों के भुगतान में पूर्व माह की तुलना में सुधार पाया गया।