प्रयागराज ब्यूरो । Janmashtami 2024 : इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कान्हा वृंदावन के वस्त्र पहनने के साथ अहमदाबाद में तैयार झूलों पर झूलेंगे। बाजार में इनकी बहुत ज्यादा डिमांड हैं। इसी के साथ लड्डू गोपाल और भगवान श्रीकृष्ण की अजमेर में निर्मित मूर्तियों की भी मांग बहुत ज्यादा है। दुकानदारों का कहना है कि जन्माष्टमी के करीब आते ही बाजारों में रौनक बढ़ती जा रही है। अपने घरों में आकर्षक झांकी सजाने और भगवान का श्रंगार करने के लिए लोग सामानों की खरीदारी कर रहे हैं।

इनसे बढ़ रही बाजार की रौनक
शहर के चौक बाजार में जन्माष्टमी को लेकर खास उत्साह देखा जा रहा है। दुकानों में भगवान श्रीराधा कृष्ण की प्रतिमाएं, लड्डू गोपाल की मूर्तियां, श्रृंगार का सामान, रंग-बिरंगे कपड़े, मुकुट, लकड़ी और चांदी के झूले, बांसुरी,पंखे और अन्य सामग्री की जमकर बिक्री हो रही है। इसके साथ अल्लापुर, कटरा और सिविल लाइंस में भी दुकानें सजने लगी हैं। इन साजो सामान का दाम भी अलग अलग है। लोग अपनी पसंद की चीजों की खरीदारी अपने बजट के अनुसार कर रहे हैं।

वस्तुएं और उनकी कीमतें

झूले- 150 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक
मूर्तियां- 200 रुपये से 6000 रुपये तक
बांसुरी- 10 रुपये से 100 रुपये तक
भगवान कृष्ण के वस्त्र- 30 रुपये से 300 रुपये तक
गहने- 50 रुपये से 100 रुपये तक
आसन- 50 रुपये से 200 रुपये तक

इनकी है अधिक डिमांड
बाजार में इस बार विशेष रूप से लड्डू गोपाल की प्रतिमाओं के आकार के आधार पर झूले उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत 100 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक है। गोल्डन और सिल्वर रंग वाले झूलों की सबसे अधिक मांग देखी जा रही है। तार वाले झूले छोटे बाल गोपाल के लिए खासतौर पर लाए गए हैं। इन झूलों को सजाने के लिए रंग-बिरंगे किनारे और बाल गोपाल के मुकुट व छोटे-छोटे गहने भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा, धातु के लड्डु गोपाल भी श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं। खरीदारों को देखते हुए अधिकांश दुकानदारों ने वस्त्रों को वृंदावन से और मूर्तियों को अजमेर से मंगवाया है, जबकि झूले अहमदाबाद से लाए गए हैं। पूजा की दुकानों और सजावट की दुकानों में भी ग्राहकों की भारी भीड़ देखी जा रही है। बाजार में चांदी के नंद गोपाल और झूले की भी मांग बढ़ी है।


जन्माष्टमी के लिए बाजार में आने वाले ग्राहकों की भारी भीड़ इस बात का संकेत है कि लोग इस त्योहार को बड़े धूमधाम से मनाना चाहते हैं। हमारे पास इस बार चांदी के नंद गोपाल, सुंदर झूलों, वस्त्रों, और मूर्तियों की विशेष श्रृंखला है। जैसे जैसे त्योहार नजदीक आएगा, हमारी बिक्री का ग्राफ भी बढ़ेगा।
- विजय कुमार केसरवानी, दुकानदार

हमारे पास इस बार विशेष रूप से झूलों और मूर्तियों की बड़ी रेंंज मौजूद है। ग्राहक की पसंद के अनुसार बाजार तैयार है। तमाम वैरायटी भी हैं। लोगों को झूले, मूर्तियों और श्रंगार के सामानों की मांग अधिक है।
आदर्श, दुकानदार


प्रयागराज में जन्माष्टमी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। झूलों और मूर्तियों की बिक्री पहले से ही अच्छी चल रही है। ग्राहकों की ओर से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है, जिससे हमें लग रहा है इस बार अच्छी आमदनी होगी।
मोनू कुमार, दुकानदार