प्रयागराज ब्यूरो ।
पुलिस का खेल पुलिस ही जाने, खैर जेल से फरार सजायाफ्ता कैदी कालीचरण गिरफ्तार कर लिया गया है। कालीचरण नैनी जेल से फरार हो गया था। घटना शाम के समय हुई। जब कालीचरण एवं अन्य कैदियों को वापस ले जाने की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान वह भाग निकला था। कालीचरण जेल की बीस फीट ऊंची दीवार फांदकर निकल गया था। इसके बाद उसने छिवकी जंक्शन से ट्रेन पकड़ी। वहां से वह अपने घर गया। वह मुंबई जाने की फिराक में था, तभी छिवकी स्टेशन के पास से पकड़ लिया गया।
महोबा का है कैदी
काली चरण उर्फ बऊआ महोबा जिले के गांव पसवारा कोतवाली एरिया का रहने वाला है। कालीचरण को महोबा कोर्ट के विशेष न्यायाधीश ने पाक्सो एक्ट में बीस वर्ष के कारावास की सजा सुनाई थी। बीते नौ मार्च को सजायाफ्ता कैदी कालीचरण को नैनी सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था।
खेत पर गया था काम करने
कालीचरण एवं अन्य कई कैदियों को बीस जुलाई को जेल परिसर में खेत में काम करने के लिए ले जाया गया था। शाम का समय हो रहा था। कैदियों की वापसी जेल में करनी थी। सभी कैदियों को इक_ा किया जा रहा था। तभी अचानक कालीचरण ने दौड़ लगानी शुरू कर दी। यह देखकर कैदियों की निगरानी में लगे जेल के चार सिपाही उसका पीछा करने लगे। मगर कालीचरण रफ्तार बना चुका था। कालीचरण खेत के पास बनी करीब बीस
फीट ऊंची दीवार फांदकर निकल गया। यह देख जेल पुलिस कर्मी हैरान रह गए।
पुलिस ने कहा, घर में था
कालीचरण फरार हुआ फिर गिरफ्तार हुआ। ये मामला तो ठीक है, मगर कालीचरण ने 18 दिन फरारी कहां काटी इस पर नैनी इंस्पेक्टर वैभव सिंह का कहना है कि कालीचरण ने अपने घर पर फरारी काटी है। वह नैनी जेल से भागने के बाद छिवकी जंक्शन पहुंचा। यहां से ट्रेन पकड़कर वह महोबा गया। वह अपने घर पर था। जब इंस्पेक्टर वैभव ने यह बताया तो सवाल उठा कि कालीचरण की फरारी के दौरान महोबा की स्थानीय कोतवाली पुलिस के यहां से भी एसओजी की एक टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए महोबा गई थी और दबिश दे रही थी तो फिर कालीचरण क्यों नहीं पकड़ा गया, इसका जवाब नैनी कोतवाली इंस्पेक्टर वैभव सिंह नहीं दे पाए।


नैनी जेल से फरार कैदी कालीचरण अपने घर में फरारी काट रहा था। वह मुंबई जाने के लिए छिवकी स्टेशन आया था। मुखबिर की सूचना पर उसे गिरफ्तार किया गया है। उसे जेल भेज दिया गया है।
वैभव सिंह, इंस्पेक्टर नैनी

अनसुलझे रह गए ये सवाल
- आखिर जेल से भागने का विचार कैसे आया कालीचरण को।
- कालीचरण को किसने भागने में मदद की।
- चार सिपाही कालीचरण को कैसे नहीं पकड़ पाए।
- कालीचरण भागा तो उसके पास पैसे कहां से आए।
- क्या वह पैदल ही छिवकी जंक्शन गया।
- क्या कालीचरण बगैर टिकट लिए महोबा पहुंच गया।
- महोबा पुलिस और एसओजी एक्टिव थी तो कालीचरण घर में कैसे रहा।
- इस मामले में चार पुलिस कर्मी निलंबित किए गए, आगे की जांच का क्या हुआ।