अवलोकन तीरथराजु चलो रे की चौथे दिन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में दिखी लोक कला की रंगत

राजस्थान से आई लक्ष्मी सपेरा की टीम ने कालबेलिया डांस की प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। राजस्थान के कलाकारों ने गणेश वंदना से प्रोग्राम की शुरुआत की। भंवई नृत्य के दौरान समूह में नृत्य करती हीरा, पूजा, नैना, प्रेमा, सुमन सपेरा ने दर्शकों को अचंभित कर दिया।

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PRAYAGRAJ: संस्कार भारती के सांस्कृतिक उत्सव अवलोकन तीरथराजु चलो रे के चौथे दिन राजस्थान से आई लक्ष्मी सपेरा की टीम ने कालबेलिया डांस की प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। राजस्थान के कलाकारों ने गणेश वंदना से प्रोग्राम की शुरुआत की। भंवई नृत्य के दौरान समूह में नृत्य करती हीरा, पूजा, नैना, प्रेमा, सुमन सपेरा ने दर्शकों को अचंभित कर दिया।

भंगड़ा की मस्ती पर झूमे दर्शक

पंजाब के कलाकारों ने भंगड़ा से अपनी प्रस्तुति दी। वरियम सिंह के नेतृत्व में आए दल ने लोगों को भांगड़ा करने पर मजबूर कर दिया। हरियाणा के चरखी दादरी से आए कलाकारों ने तीज त्यौहार पर होने वाले लूर नृत्य को प्रस्तुत कर हरियाणवी संस्कृति से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। आखिर में उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल से आए कलाकारों ने शिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव और पार्वती की पूजा के लिए होने वाले थडि़यां नृत्य पेश कर दर्शकों की वाहवाही लूटी। शुरुआत विनोद रस्तोगी स्मृति संस्थान के हास्य नाटक प्रमोशन के मंचन से हुई। अतिथियों का स्वागत संस्कार भारती की अध्यक्ष कल्पना सहाय ने किया।