- गंगा-यमुना के जलस्तर में हो रही वृद्धि, सतर्क हुआ प्रशासन
- दो मीटर और बढ़ा तो निचले इलाकों में घुसने लगेगा पानी
प्रयागराज- लगातार हो रही बारिश से शहर में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। रविवार को 7 से 8 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा-यमुना के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। आफिशियल्स का कहना है कि अगर डेढ़ से दो मीटर जलस्तर और बढ़ा तो निचले इलाकों में नदियों का पानी प्रवेश कर जाएगा। इसलिए बेहतर है कि बारिश कुछ दिन रुक जाए। जिससे जलस्तर घट जाएगा और बाढ़ का खतरा कम हो जाएगा।
80 मीटर के ऊपर बढ़ जाता है खतरा
इस समय नैनी, छतनाग और फाफामऊ का जलस्तर 78 से 80 मीटर के बीच है। अधिकारियों का कहना है कि 80 से 81 मीटर के बीच पहुंचने पर नदियों का पानी कछारी इलाके में पहुंचने लगता है। इसलिए अगले कुछ दिन तक बारिश न हो तो बेहतर होगा। अन्यथा सलोरी, करेली, बघाड़ा, राजापुर आदि एरिया में लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। इन एरिया में सबसे पहले बाढु का पानी प्रवेश करता है।
तो बंद हो जाएगा स्लूज गेट
बारिश अधिक होने पर नदियों का जलस्तर बढ़ने लगता है। ऐसे में तमाम स्लूज गेट बंद करने का क्रम शुरू हो जाता है। जिससे नदियों का पानी आबादी में प्रवेश न करे। ऐसे में बारिश के पानी को पंप के जरिए नदियों में फेंका जाता है। अधिकारियों ने बतायाकि 80.75 मीटर जलस्तर क्रास करने के बाद स्लूज गेट को बंद किया जाता है।
एलर्ट हो गए लोग, कर रहे फोन
झ्माझम बारिश से लोग भी सतर्क हो गए हैं। खासकर कछार में रहने वालों ने अपना सामान समेट लिया है। उनका कहना है कि बाढ़ का पानी आबादी में घुसने पर वह ऊपर की मंजिल में शिफ्ट हो जाएंगे। जिनका घर एक मंजिल का है वह रिश्तेदारों के शिफ्ट हो जाएंगे। बाढ़ कंट्रोल रूम में लोग कॉल कर रहे हैं। वह पल पल का नदियों का स्टेटस ले रहे हें जिससे खतरे का पता लगाया जा सके।
नदियाें का जलस्तर
फाफामऊ- 79.58 मीटर
छतनाग- 78.20 मीटर
नैनी- 78.75 मीटर
बाढ़ कंट्रोल रूम- 0532- 2427204
2427206 व 8303701317
पीछे से आ रहा पानी घातक
एक ओर जोरदार बारिश तो दसरे ओर पीछे से आ रहा पानी बाढ़ को दावत दे रहा है। जानकारी के मुताबिक गंगा बैराज से प्रतिदिन 90 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है। पश्चिमी यूपी और मप ्रमें बारिश का पान यमुना में आ रहा है। टोंस का बढ़ता जलस्तर भी प्रशासन के लिए सिरदर्उ बना हुआ है।
गंगा और यमुना का जलस्तर 8 सेमी प्रति घंटे की स्पीड से बढ़ रहा है। जलस्तर बढ़ने पर स्लूज गेट को बंद कर दिया गया है। बाढ़ से निपटने की तैयारी की जा रही है।
ब्रजेश कुमार, एक्सईएन, बाढ़ प्रखंड सिचाई विभा प्रयागराज