प्रयागराज (ब्यूरो)। जानकारी के मुताबिक ओवरलोड वाहनों के कारण पुल का एक ज्वाइंटर क्षतिग्रस्त हो गया है। इसकी मरम्मत के लिए इंजीनियर्स की मदद ली जाएगी। कुछ दिन पहले नैनी शहर आने वाली सड़क पर यह खराबी आई थी। श्रीमनकामेश्वर मंदिर के लिए नीचे उतरने वाली सीढिय़ों के पास यह बना था। इसकी मरम्मत होने तक विकल्प के तौर पर पत्थर रखकर बैरियर भी लगाया गया है। इसकी वजह से रोजाना लंबा जाम लगने लगा है। यही कारण है कि मंगलवार को एनएचएआई के अधिकारियों ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया।
कई प्रदेश और शहरों को जोड़ता है पुल
यह पुल एमपी, महाराष्ट्र, बुदेलखंड, मिर्जापुर, सोनभद्र समेत तमाम शहरों और दूसरे प्रदेशों को जोड़ता है। रोजाना हजारों वाहन इस पुल से सफर करते हैं। इन्ही में शामिल ओवरलोड वाहनों की वजह से पुल में दिक्कतें पैदा हो रही हैं। इस मामले में अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नही हैं। उनका कहना है कि इंजीनियर्स को एक प्रतिनिधि मंडल पुल का निरीक्षण करेगा और इसके बाद ही कुछ बताया जा सकेगा। बता दें कि 2004 में नए यमुना पुल का निर्माण किया गया था। जिसे बनाने का काम ङ्क्षहदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी और हुंडई इंजीनियङ्क्षरग ने मिलकर किया था। इस पुल की मरम्मत का कार्य अभी तक नही हुआ है।
शहर की पहचान बना
यह पुल जितना वाहनों के आवागमन के लिए जरूरी है, उतना ही शहर के लोगों के लिए चहेता भी है। रोजाना सुबह से शाम तक यहां लोग परिवार के साथ घूमने आते हैं। यह शहरी लोगों के लिए किसी पिकनिक स्पाट से कम नही है। इनकी डिजाइन और आधुनिक तकनीक लोगों के आकर्षण का केंद्र है। दो बड़े पिलर और स्टील केबिल के जरिए इसे मजबूत बनाया गया है।