सर्राफा कारोबारियों ने मनाया काला दिवस
प्रयाग व्यापार मंडल ने भी किया आंदोलन का समर्थन
जुलूस निकाल कर फूंका वित्त मंत्री का पुतला
ALLAHABAD एक महीने से लगातार सर्राफा कारोबार पूरी तरह से ठप होने के बाद भी सरकार के रवैये में बदलाव न होने पर सोमवार को सर्राफा कारोबारियों ने काला दिवस मनाया। प्रयाग व्यापार मंडल ने भी आंदोलन का समर्थन किया। सर्राफा कारोबारियों ने जहां दुकानें बंद कर, काले कपड़े पहन कर व काली पट्टी बांध कर विरोध किया। वहीं दुकानदारों ने अपने दुकान के बाहर काला झंडा लगाकर एक्साइज ड्यूटी का विरोध और सर्राफा कारोबारियों का समर्थन किया।
गले में डाल ली जंजीर
काला दिवस के तहत सर्राफा कारोबारी सोमवार को लोकनाथ चौराहे पर एकजुट हुए जो काला कपड़ा पहने हुए थे और माथे व बांह पर काली पट्टी बांधे हुए थे। लगातार 36 दिनों से चल रहे आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए सर्राफा कारोबारियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। दिन में ग्यारह बजे से शाम चार बजे तक लगातार आंदोलन चलता रहा।
जुलूस निकालकर दिखाई ताकत
प्रयाग सर्राफा मंडल के सदस्यों के आंदोलन में प्रयाग व्यापार मंडल के सदस्य भी शामिल हुए। अन्य व्यापारियों ने भी एकजुट होकर एक्साइज ड्यूटी के विरोध में जुलूस निकाला। प्रयाग सर्राफा मंडल के अध्यक्ष कुलदीप सोनी व प्रयाग व्यापार मंडल अध्यक्ष विजय अरोरा के नेतृत्व में जुलूस निकाला गया। जो चौक से बहादुरगंज, मोती पार्क, जीरो रोड होते हुए लोकनाथ चौराहा पहुंच कर सभा के रूप में परिवर्तित हो गया। जुलूस में गल्ला तिलहन संघ के अध्यक्ष सतीश केसरवानी, राकेश चड्ढा, विजय अरोरा, पंकज महेंद्रा, विष्णु अग्रवाल, प्रशांत अग्रवाल, लाली सरदार, विनय मिश्रा, रवींद्र वर्मा, युवराज केसरवानी, राजेश वर्मा, सोनू वर्मा, आनंद वर्मा, विकास वर्मा, जितेंद्र केसरवानी आदि शामिल रहे।
सरकार को लिया आड़े हाथ
प्रयाग व्यापार मंडल के सदस्यों ने जुलूस निकालने के बाद घंटाघर चौराहे पर पहुंच कर वित्त मंत्री अरुण जेटली का पुतला फूंका। व्यापार मंडल के महामंत्री सुहैल अहमद ने कहा कि जब देश में जीएसटी लगाने की तैयारी है तो फिर एक्साइज ड्यूटी का बोझ क्यों लादा जा रहा है। सुशील खरबंदा ने कहा कि सर्राफा कारोबारी अपनी दुकानें बंद कर सड़क पर हैं, केंद्र सरकार उनके बारे में नहीं सोच रही है। पुतला दहन के दौरान विजय अरोड़ा, मो। कादिर, अरुण केसरवानी, महमूद अहमद, विजय वैश्य, इरशाद अहमद, सतीश कुशवाहा, अशोक गुप्ता, विश्वबंधु जायसवाल, सुनील गुप्ता, बसंत लाल आजाद, गुरु चरन अरोरा, सरदार जोगिंदर सिंह, निखिल मलंग, शानू यादव, अतुल केसरवानी आदि शामिल रहे।