प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर में अमन-चैन बना रहे। इसके लिए अटाला में बवाल के बाद सशस्त्र सेवा बल के जवानों की डयूटी लगायी गयी है। डयूटी में लगे जवानों के लिए खाने व पीने का पानी तक का इंतजाम किया गया है। जगह-जगह नगर निगम व जलकल विभाग के टैंकर रखे गए है। इस टैंकर का पानी कितना शुद्ध है। यह रियलिटी चेक में निकल कर सामने आ गया। रिपोर्टर द्वारा जगह-जगह चेक करने पर पता चला कि टैंकर का पानी उबल रहा है। ग्लास में पानी भर कर टीडीएस मशीन से चेक करने पर पता चला कि पानी का टीडीएस 493 है। एक-दो जगहों पर ठंडे पानी के लिए लगाए हाईटेक टैंकर से ठंडा पानी तो मिल रहा था लेकिन उसका टीडीएस 324 ही था।
डयूटी प्वाइंट नहीं छोडऩा
दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर से बातचीत में जवानों ने बताया कि ठंडा पानी पाने के लिए अपना प्वाइंट भी छोड़कर जाना बड़ा मुश्किल है। कब कौन अधिकारी आ जाए? कुछ नहीं पता। अधिकारियों का साफ निर्देश है कि कोई भी अपना प्वाइंट छोड़कर नहीं जाएगा। कोई गायब मिला तो कार्रवाई हो सकती है। इसके चलते इसी गरम पानी को पीना मजबूरी है। दूसरा विकल्प बिना पानी पिए ड्यूटी करने का है। कोई जवान आम तौर पर इस मुद्दे पर मुंह नहीं खोलता। उनका कहना है कि बोतल का पानी खरीदकर पीने लगे तो मैनेज करना मुश्किल हो जाएगा।
यह समस्या झेल रहे जवान
चिलचिलाती धूप के बाद भी सड़क पर मूव करना मजबूरी
धूप से बचने के लिए पेड़ तक उपलब्ध नहीं
मोबाइल तक भीषण गर्मी में कर जा रहा हीट
अफसरों के फोन आ जाने के डर से पॉवर बैंक लेकर चल रहे जवान
डयूटी करने के बाद पसीने की बदबू के चलते रोज धोना पड़ रहा कपड़ा
डयूटी करके आने के बाद बिस्तर पर पड़ते ही आ जा रही नींद
44.2
डिग्री सेल्सियस था शहर का तापमान
54-71
डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान के पानी का नहीं करना चाहिए सेवन
09
बजे सुबह पानी भर जाता है जो शाम तक नहीं खत्म हो पाता
पानी बहुत अधिक गर्म या उबला नहीं पीना चाहिए। अगर ज्यादा गर्म है तो आर्सेनिक की मात्रा बढ़ जाती है। आर्सेनिक की अधिकता वाला पानी पीने से जानलेवा कैंसर, हार्ट अटैक और तरह की मानसिक बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
डा। राजीव सिंह
सीनियर फिजीशियन