प्रयागराज (ब्यूरो)। जावेद पम्प का नाम सीएए एनआरसी के विरोध में करेली एरिया में ही लम्बे समय तक चले विरोध प्रदर्शन के दौरान भी सामने आया था। आरोप लगाया कि वह धरना देने वालों के लिए फंडिंग का काम करता था। इस मामले में भी उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। विदेश से पैसा आने की बात अभी तक उस पर साबित नहीं हो पायी है इसी से वह बचता रहा है।
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मुकदमे दर्ज हुए हैं शुक्रवार को हुए बवाल में
95
लोगों को किया गया है नामजद
5450
अज्ञात लोग बताये गये हैं शामिल
68
लोगों का शनिवार को हुआ चालान
04
नाबालिगों का भी किया गया है चालान
64
लोगों को दाखिल कराया गया नैनी जेल में
04
बच्चे भेजे गये बाल सुधार गृह
29
धाराओं में आरोपितों पर हुई है रिपोर्ट
कई से चल रही है पूछताछ
शुक्रवार की शाम से लेकर रात के बीच गिरफ्तार किये गये 68 लोगों को पुलिस ने चालान करके जेल रवाना कर दिया है। नामजद लोगों में एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष शाह आलम व पार्षद फजल खां समेत कई सपा नेता भी शामिल हैं। भोर तक चली छापेमारी और दबिश में करीब 90 लोगों को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए लोगों से पत्थरबाजों से की गई पूछताछ में कुछ साजिश करने वालों के नाम पुलिस को पता चले हैं। साजिश रचने वाले एक शख्स को भी हिरासत में लिया गया है। पत्थरबाजों की तलाश में पुलिस देर रात तक अटाला से लेकर करेली और खुल्दाबाद तक दबिश में जुटी रही। पुलिस की इस कार्रवाई से पूरे इलाके में सन्नाटे की स्थिति रही। लोगों के घरों का दरवाजा खोलवा कर पुलिस द्वारा बवालियों की छानबीन की गई। यह क्रम दूसरे दिन शनिवार तक चलता रहा।
सभी के मोबाइल की जांच हुई शुरू
हिरासत में लिए गए लोगों के खिलाफ शनिवार की देर शाम तक पुलिस लिखापढ़ी नहीं कर सकी थी। पुलिस ने जितने लोगों को हिरासत में लिया है सभी के मोबाइल नंबरों की भी जांच कर रही है। मोबाइल नंबर के सीडीआर से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उनकी किन-किन लोगों से बातें हुई।
कुछ भी बोलने से बचते रहे अफसर
बवाल मामले में चल रही कार्रवाई को लेकर पुलिस के अधिकारी शनिवार को पूरी तरह साइलेंट रहे। विभाग का कोई भी अधिकारी खुलकर कुछ भी बताने को तैयार नहीं था। यहां तक कि अधिकारी फोन तक उठाना बंद कर दिए थे। शाम तक अधिकारियों के मोबाइल नॉट रिचेवल मोड में या तो उनके पीआरओ ही कॉल रिसीव करते रहे। आलम यह रहा कि थाने के इंस्पेक्टर तक फोन उठाने से कतराते रहे।