प्रयागराज ब्यूरो । 2021 में 274, 2022 में 187 केस व वर्ष 2023 जनवरी से मार्च में 19 मरीज हैं। यह है जनपद में मलेरिया मरीजों का आंकड़ा। ध्यान से देखें तो साल दर साल मलेरिया मरीजों का आंकड़ा कम हो रहा है। प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अशोक ने बताया कि मलेरिया के हिसाब से जनपद हाईरिस्क एरिया जसरा का रेरा, जसरा खास, सबसेंटर व रामनगर हैं जिन्हें केन्द्रित कराकर गतिविधियां एवं प्रचार प्रसार किया जा रहा हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा एरियों की साफ़ सफाई, छिडकाव, फोगिंग किया जा रहा हैं। साथ ही सफाई, छिड़काव, फोगिंग अदि भी कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस है। इस वर्ष की थीम टाइम टू डिलीवर ज़ीरो मलेरिया: इन्वेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट है।

पब्लिक को जागरुक करना है मकसद

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य है कि लोग मलेरिया के प्रति जागरूक हों। इसी क्रम में इस दिवस पर जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर गोष्ठी और शिविर आदि के आयोजन होंगे। उन्होंने कहा कि मलेरिया एक घातक बीमारी है। यदि कुछ इस तरह के लक्षण हों तो जांच तुरंत कराएं। चार से आठ घंटे के चक्र में बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, ठंड लगना, पसीना आना और मिचली व उल्टी जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत आशा कार्यकर्ता या स्वास्थ्यकर्मी से संपर्क करें। उनकी मदद से प्रशिक्षित चिकित्सक को दिखा कर उनकी सलाह पर मलेरिया की जांच कराई जानी चाहिए। समय से जांच व इलाज न होने से मलेरिया जानलेवा हो सकता है । मलेरिया की दवा बीच में नहीं छोडऩी है। लक्षण समाप्त होने पर भी मलेरिया का पूरा इलाज करवाना है। जिला स्तरीय अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएची), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) पर मलेरिया की जांच उपलब्ध है।

मलेरिया मुक्त करने पर चर्चा

जिला मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह ने बताया कि मलेरिया निरीक्षकों की टीम जिले में मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए संबंधित विभागों और सामुदायिक योगदान के जरिये अभियान में जुटे हुए हैं, लेकिन लोगों की सतर्कता अधिक आवश्यक है। मलेरिया दिवस से पूर्व जिला मलेरिया टीम ने मेजा ब्लाक के सीएचओ के साथ बैठक कर जनपद को मलेरिया मुक्त करने के लिए नीति पर चर्चा की,साथ ही मलेरिया के बचाव एवं प्रबंधन की जानकारी दी गयी। उन्होंने कहा कि मलेरिया के लिए व्यापक जागरूकता बचाव जरुरी हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह से सभी ब्लाक के सीएचओ को प्रशिक्षण देकर कार्यक्रम को प्रबलता मिलेगी।

मलेरिया से बचाव

पूरे बांह के कपड़े पहने, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें

मच्छररोधी क्रिम लगाएं

घर में मच्छररोधी अगरबत्ती का इस्तेमाल करें

घरों में किटनाशकों का छिड़काव करें

खुली नालियों में मिट्टी का तेल डालें ताकि मच्छरों के लार्वा न पनपने पाएं

मच्छरों के काटने के समय शाम व रात को घरों और खिड़कियों के दरवाजे बंद कर लें

इन उपायों के बावजूद अगर लक्षण दिखें तो मलेरिया की जांच करवा कर इलाज करवाएं।

मलेरिया के लिए व्यापक जागरूकता बचाव जरुरी हैं। जिले में मलेरिया की दृष्टि से हाई रिस्क वाले एरिया में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। हम लक्ष्य लेकर चल रहे हैं कि जल्द से जल्द जनपद को मलेरिया मुक्त कराया जाय।

आनंद सिंह

जिला मलेरिया अधिकारी