प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रयागराज-लखनऊ मुख्य मार्ग होने की वजह से इस रूट पर भीड़ बहुत अधिक रहती है और वाहनों की संख्या भी अत्याधिक है। शुक्रवार को सुबह पुल पर जाने वाले मार्ग पर बड़े-बड़े गार्डर रखकर आवागमन बंद कर दिया गया। साथ ही वाहनों को डायवर्ट कर दूसरी सड़कों से आगे भेजा गया। पहले ही दिन रूट डायवजर्न में यातायात व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया। फाफामऊ का पूरा इलाका जाम में फंस गया। हजारों की संख्या में बाइक सवार प्रयागराज लखनऊ मार्ग पर फसें रहे। आफिस जाने वाले लोग समय पर ड्यूटी पर नहीं पहुंच सके।
चिलचिलाती धूप में फंसे राहगीर
काम पर जाने वाले मजदूर, कचहरी हाई कोर्ट जाने वाले अधिवक्ता, स्कूल कालेज जाने वाले छात्र-छात्राएं व दैनिक रूप से शहर जाने वाले लोगों के लिए शुक्रवार की सुबह बेहद ही मुश्किल भरी रही। फाफामऊ तक तो बेहद ही आसानी से पहुंच गए लेकिन, इसके आगे शहर आने का सफर रूट डायवर्जन के कारण बाधित था। जिन स्थानों पर रूट डायवर्जन था। वहां दिन के 10 बजे के आसपास से भीषण जाम लग गया। जाम में सैकड़ों वाहन फंसे रहे। धीरे-धीरे गति से वाहन आगे बढ़ते रहे। चिलचिलाती धूप के बीच लोग फंसे तो सर का पसीना पैर पर आता दिखा।
फाफामऊ से पैदल ही पहुंचे तेलियरगंज
फाफामऊ से तेलियरगंज के बीच में टैक्सी आदि भी नहीं चली। इसके कारण फाफामऊ से तेलियरगंज जाने वाले बाद तेलियरगंज से फाफामऊ जाने वाले लोगों को पैदल ही यात्रा करनी पड़ी। लगभग 4 किलोमीटर की दूरी लोग पैदल ही तय किये। कड़ी धूप के बीच यह सफर बेहद ही मुश्किल भरा हो गया। सबसे अधिक परेशानी सिर पर सामान रखकर पैदल चल रहे लोगों को हुई। साथ ही पीठ पर बैग लादकर तेलियरगंज कोचिंग आ रहे छात्रों के लिए सफर मुसीबत भरा रहा। कई स्थान पर छात्राएं थक कर बैठ गई।
30 अप्रैल तक तक बंद रहेगा पुल
फाफामऊ पुल यानी चंद्रशेखर आजाद सेतु 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक बंद रहेगा। इस दौरान इस पुल पर ट्रैफिक डाइवर्ट रहेगा। पुल के समानांतर गंगा नदी पर पीपा पुल बनाया गया है। वाहनों के आवागमन के लिए अब इसी पीपा पुल का इस्तेमाल किया जा रहा है।