प्रयागराज (ब्‍यूरो)। संगम नगरी प्रयागराज में भारत देश के विभिन्न प्रांतों से भ्रमण करते हैं चातुर्मास के लिए जैन मुनि पावन सागर एवं मुनि सुभद्र सागर शुक्रवार को पदयात्रा करते हुए जीरो रोड स्थित जैन मंदिर पहुंचे। पदयात्रा में बालिकाएं व महिलाएं पीली साडी एवं पुरुष वर्ग सफेद वस्त्र पहनकर पचरंगी ध्वज व केशरिया ध्वज लेकर जयघोष अहिंसा परमो धर्म एवं जियो और जीने दो के नारे लगा रहे थे।

दीपों से उतारी आरती
मंगल प्रवेश पदयात्रा में मुनि संघ की आगवानी जैन समाज के लोगो ने नगर की सीमा पर रंगोली सजाकर पाद प्रच्छलन व दीपों से आरती उताकर मंगल आशीर्वाद लिया। श्रद्धालुओ मे मुनियो के चतुर्मास् के लिए भारी उत्साह दिखाई दिया। जैन मंदिर में श्रद्धालुओ ने नारियल भेंट कर मुनियों का स्वागत किया। मुनि पावन सागर ने अपने प्रवचन मे बताया कि अपने पाप का नाश एवं पुण्य अर्जन करने के लिए प्रतिदिन मंदिर आना चाहिए। श्रद्धालुओ को संबोधित करते हुए जैन मुनि ने कहा कि चातुर्मास केवल साधु-संतों के लिए नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए होता है। धर्म, ध्यान व अध्यात्म के मार्ग पर चलने का यह विशेष समय है। इन चार माह में हर व्यक्ति को धर्म-भक्ति के पथ पर अग्रसर होना होगा।