प्रयागराज ब्यूरो । महाकुंभ को लेकर शहर में तैयारियां तेज हो गई हैं। शहर के धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों को जोडऩे वाली सड़कों को डेवलप करने का प्लान तैयार है। इसी के तहत संगम वाटिका से रसूलाबाद घाट जाने वाली रोड भी चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण एवं सौंदर्यीकरण कार्य में शामिल हैं। कई दफा मकानों के कुछ हिस्से को तोड़कर सड़क चौड़ीकरण के लिए नपाई की गई। मगर आज तक काम शुरू नहीं हो सका। इसके पीछे बजट का अभाव बताया जा रहा है। अब बजट मिलने के बाद बहुत जल्द इस रोड पर काम शुरू हो जाएगा। संगम वाटिका से रसूलाबाद घाट तक करीब डेढ़ किमी इस रोड के किनारे स्थित मकानों के कुछ हिस्से तोड़े जाऐं। बावजूद इस मकान में रहने वाले लोग खुशी से झूम रहे हैं।

1214.93

लाख से बनेगी संगम वाटिका से रसूलाबाद घाट रोड
846.29
लाख रोड और डिवाइडर आदि पर होंगे खर्च
368.64
लाख रुपये से रोड़ किनारे लाइटिंग आदि की होगी व्यवस्था
06
से सात मीटर सड़क के बीच से दोनों ओर की जाएगी चौड़ी
250
से अधिक मकानों के टूटेंगे चौड़ीकरण में आंशिक भाग


इस बार काम पूरा होकर ही रुकेगा
संगम वाटिका से रसूलाबाद घाट तक छह से सात मीटर दोनों ओर सड़कें चौड़ी की जाएंगी। दोनों साइड ढाई सौ पक्के मकान हैं। इनके फंड का कुछ हिस्सा तोड़कर रोड की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। स्मार्ट सिटी के पैसे यह काम पीडीए के द्वारा कराया जाएगा। महाकुंभ के मद्देनजर 1214.93 लाख रुपये की लागत से इस सड़क को पूरी तरह से लकदक बनाया जाएगा। इनमें 846.29 लाख रुपये से रोड का निर्माण, डिवाइडर और नाली आदि के वर्क कराए जाएंगे। सिर्फ इतना ही नहीं संगम वाटिका से लेकर रसूलाबाद घाट तक आकर्षक लाइटिंग का भी काम कराया जाएगा। लाइटिंग वर्क पर 368.64 लाख रुपये का बजट तय किया गया है। कुल 11 सड़कों के लिए 32 करोड़ रुपये का बजट पास हुआ है। बताते हैं कि इसी बजट में संगम वाटिका से रसूलाबादघाट रोड भी शामिल है। अगस्त महीने में मकानों की नपाई का काम शुरू हो जाएगा। महाकुंभ के पहले इस सड़क की सूरत लोगों को मंत्रमुग्ध कर देगी।

यह रोड वर्षों पुरानी है। वक्त के साथ लोग बढ़ते गए पर रोड उतनी ही है। इस सड़क का चौड़ीकरण होना वक्त की जरूरत है। थोड़ा नुकसान होने से यदि सभी को बड़ा फायदा हो जाय तो नुकसान अच्छे हैं। खुशी है कि वर्षों बाद इसके चौड़ीकरण का समय तो आया। यह काम बहुत जरूरी था।
अक्षय कुशवाहा, रसूलाबाद

कुछ महीने पहले निशान लगा गए थे। फिर न जाने क्या हुआ सब ठंडे बस्ते में चला गया। सड़क के दोनों तरफ छह से सात मीटर लिए जाने की बात बताई गई है। अब देखिए कितना लेते हैं। टूटना तो हमारा भी एक मकान है। खुशी है कि रोड चौड़ी होगी.्र अक्सर इस रोड पर जाम जैसी स्थिति बन जाती है।
अमरनाथ उर्फ मुन्ना यादव, रसूलाबाद

संगम वाटिका से रसूलाबाद घाट तक की दूरी करीब डेढ़ किलो मीटर है। गंगा का यह घाट ऐतिहासिक है। इसका विकास तो होना ही चाहिए। खुशी की बात है कि वर्षों बाद इस रोड और घाट के बारे में सरकार सोच रही है। रोड का चौड़ीकरण होना बहुत जरूरी है, हर काम में कमी खोजेंगे तो यह अच्छी बात नहीं है।
सनी जायसवाल, रसूलाबाद

बिल्कुल दुखी या परेशान नहीं है। क्यों दुखी होंगे। दुकान है थोड़ी पीछे हो जाएगी। मगर रोड तो सुंदर और चौड़ी बन जाएगी। सड़क अच्छी होगी तो क्षेत्र का विकास भी तो होगा। लोगों का आवागमन बढ़ेगा। यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी। सरकार का यह डिसीजन अच्छा है।
दीपक तिवारी, रसूलाबाद

हम इस सड़क को बचपन से ऐसे ही देख रहे हैं। खुशी है कि सड़क जब बन कर तैयार हो जाएगी तो मोहल्ला काफी सुंदर दिखने लगेगा। ऐतिहासिक मोहल्ला है। रसूलाबाद घाट को कौन नहीं जानता। जितना मकान टूटता है टूटे, पर क्षेत्र का विकास अच्छे से हो जाय।
अशोक कुशवाहा, रसूलाबाद

बहुत दिन से सुन रहा कि सड़क चौड़ी होगी। नपाई और निशान कई बार लगाया और मिटाया गया। काम तो बहुत अच्छा होगा बसर्ते जब हो जाय। सड़क के चौड़ी होने से सभी का फायदा है। सड़क के साथ रसूलाबाद घाट का भी सुंदरीकरण होना चाहिए। इस घाट का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है।
संतोष अग्रवाल, रसूलाबाद