प्रयागराज (ब्यूरो)। रिपोर्टर ने शनिवार को शाम चार बजे करीब सिविल लाइंस बस स्टैंड व ऑन रोड दस बसों का रियलिटी चेक किया। अधिकांश बसें दिल्ली-कानपुर, गोरखपुर, लखनऊ, सुल्तानपुर की थी। एक बस प्रयाग डिपो की थी। बस के भीतर पहुंचने पर पता चला कि विंडो खराब है। एक बस में शीशा तक गायब मिला। दो बसों के विंडो के रबर खराब मिले। जिसके चलते विंडो के शीशे पूरी तरह से बंद नहीं हो पा रहे है और उसी में से ठंडी हवा आती है। जिससे बचने के लिए यात्री तरह-तरह से बचने का प्रयास करता है।
फोटो न लेने का करता रहा रिक्वेस्ट
दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर द्वारा किये गए रियलिटी चेक के दौरान रोडवेज कर्मचारी अलग-अलग बहाना बनाते नजर आए। एक बस चालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बसों के शीशे ही नहीं बल्कि सीट के नीचे की चादर तक फटी हुई है। ठंडी हवा को कहां-कहां से आने रोका जाए। जब रिपोर्टर ने फोटो लेने के लिए कैमरा निकाला तो नौकरी जाने की बात बोल रिक्वेस्ट करने लगे। बस की बैक लाइट टूटी मिली, उसकी फोटो लेने के दौरान ड्राइवर ने बताया कि कल तक सही था। आज सुबह लगता है किसी ने तोड़ा है।
रात का सफर रोडवेज की बसों से करने लायक नहीं है। हाईवे पर पता चलता है कि लाइट नहीं जल रही है। सिटी के अंदर इतनी रोशनी होती है कि लाइट खराब के बारे में नहीं पता चल पाता है। गुरुवार को लखनऊ से प्रयागराज आ रहा था तो हाईवे पर पता चला एक लाइट के भरोसे ही बस चल रही है।
आकिब जावेद, यात्री
सरकारी बसों से सफर करने पर पूरी सुविधा मिल जाये तो बड़ी बात है। पैसा पूरा लेंगे और सुविधा नहीं देंगे ऐसा कसम खा रखे हैं। कई बार टूटे शीशे को लेकर शिकायत कर चुका हूं। क्योंकि बसों से डेली अप एंड डाउन करता हूं। ज्यादातर बसों के शीशे बंद ही नहीं होते है।
शानू सिंह, यात्री
रात में सफर करने के दौरान चादर साथ लेकर चलता हूं। यह पहले से मालूम रहता है कि कोई न कोई सीट का शीश टूटा मिलेगा ही। अगर अपनी सीट का शीशा टूट नहीं मिला और आगे या पीछे का ही टूट मिल गया तो भी ठंडी हवा आनी ही है। दिन में तो नहीं पता चलता है।
नीरज राय, यात्री
सर्विस के दौरान बसों के विंडो तक चेक होते हैं। अगर किसी बस का विंडो नहीं बंद हो रहा है तो चेक करवा कर ठीक कराया जाएगा। वर्कशॉप पर विंडो के रबर तक चेक किये जाते है। यह जिम्मेदारी ड्राइवर और कंडक्टर की भी होनी चाहिए। कम से कम सूचित तो करें लाइट जल रही है या नही।
सीबी राम वर्मा एआरएम सिविल लाइंस डिपो