प्रयागराज ब्यूरो । :कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नन्दी के ऊपर बम से हुए हमले में विवेचक रहे नारायण सिंह परिहार की कोर्ट में मंगलवार को गवाही समाप्त हो गई। मंत्री यह हमला उस वक्त हुआ था जब वह स्नान बाद पूजा के लिए घर के बगल शिव मंदिर जा रहे थे। बम से हुए इस हमले की चपेट में आने से मंत्री के साथ रहे एक पत्रकार समेत दो लोगों की मौत हो गई थी। जबकि बम की चपेट में आने से सात लोग जख्मी हो गए थे। प्रकरण में शेष गवाही के लिए एमपीएमएलए कोर्ट के न्यायाधीश दिनेश चंद्र शुक्ल द्वारा 26 जुलाई के की तिथि मुकर्रर की गई है।

वर्ष 2010 में नंदगोपाल गुप्ता नंदी कैबिनेट मंत्री थे। शहर के बहादुरगंज निवासी मंत्री नंदी 12 जुलाई को स्नान के बाद घर के बगल शिव मंदिर में पूजा के लिए जा रहे थे। बताते हैं उस वक्त उनके साथ पत्रकार विजय प्रताप सिंह, राकेश मालवीय व संजय सिंह, प्रीतम सिंह, श्यामबाबू, अनुज पांडेय भी मौजूद थे। सभी के साथ मंत्री नंदी जैसे ही मंदिर के बगल गली में पहुंचे कि उनके ऊपर बम से कातिलाना हमला हो गया। शक्तिशाली बम से एक दो नहीं कई धमाके किए गए। बम से हुए धमाकों की चपेट में आने से पत्रकार विजय प्रतापसिंह व राकेश मालवीय की मौत हो गई थी। जबकि मंत्री नंदी सहित अन्य लोग जख्मी हो गए थे। गनीमत यह रही कि इलाज बाद सभी घायल ठीक हो गए। मामले में मंत्री के मौसेरे भाई कमल कुमार निवासी असरावल कला थाना पिपरी जिला कौशाम्बी की तहरीर केस दर्ज किया गया। घटना की जांच विवेचक नारायण सिंह परिहार को सौंपी गई। इस केस में कुल 16 अभियुक्त सामने आए। इन अभियुक्तों में दिलीप मिश्रा, राजेश यादव, कृष्णशंकर पांडेय उर्फ कृष्णानन्द, जितेंद्र पांडेय, मनोज कुमार पांडेय, पुरषोत्तम दुबे, राजेश पायलट उर्फ आनन्द शांडिल्य उर्फ अन्नू शांडिल्य, महेंद्र मिश्र, सुभाष विश्वकर्मा, मो। रफीक, केशव पांडेय, यज्ञनारायण मिश्र, प्रेम सागर पांडेय, श्याम मोहन पांडेय उर्फ शिवमोहन उर्फ बब्लू व विजय कुमार मिश्र का नाम शामिल बताया गया। जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी ने बताया कि एमपीएमएलए कोर्ट में मंगलवार को केस के विवेचक की गवाही समाप्त हो गई है। शेष गवाही के लिए न्यायाधीश द्वारा 26 जुलाई की डेट तय की गई है।

मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी पर हुए हमले के विवेचक की गवाही समाप्त हो चुकी है। निर्धारित अगली डेट पर शेष गवाहों की गवाही कराई जाएगी। इस घटना में एक पत्रकार समेत दो लोगों की मौत हो गई थी।
गुलाबचंद्र अग्रहरि, जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी