शिकायत किए जाने पर पहुंचे परिवार कल्याण निदेशक, प्रत्येक बिंदु की हुई है जांच
- स्वास्थ्य विभाग ने किया बचाव, कहा किराए के मकान में चलाया जा रहा है सेंटर
नैनी में हेल्थ एंड वेलनेस केयर सेंटर के अवैध संचालन की शिकायत की जांच शुक्रवार को लखनऊ से आए परिवार कल्याण निदेशक ने की। उन्होंने तीन घंटे तक तक मामले की छानबीन की और इसके बाद राजधानी लौट गये। उन्होंने कहा कि मामले की जांच रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी। उधर स्वास्थ्य विभाग ने मामले का बचाव किया है। उनका कहना है कि सेंटर फर्जी नहीं था। अब उसे किराए के भवन में संचालित किया जा रहा है।
लगाया था संगीन आरोप
कुंभ 2019 के बाद नैनी में हेल्थ एंड वेलनेस केयर सेंटर खोला गया था। सेंटर खुलने के कुछ दिन बाद ही किसी ने शासन से अवैध रूप से केयर सेंटर ईएसआई के भवन में संचालित होने की शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि बगैर कोई उद्घाटन के वहां मुख्यमंत्री के नाम का पत्थर भी लगा दिया गया है। जिसकी जांच करने शुक्रवार को परिवार कल्याण के निदेशक डॉ अंजन दास प्रयागराज आए थे। उन्होंने मौके पर जाकर जायजा लिया। हालांकि उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार किया है। उनका कहना है कि रिपोर्ट शासन को सौंप दी जाएगी। अंतिम निर्णय शासन का होगा।
बाद में हटा दिया गया सेंटर
जबकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि पूर्व में ईएसआई के भवन में हेल्थ एंड वेलनेस केयर सेंटर का संचालन किया जा रहा था। बाद में इसे किराए के भवन में शिफ्ट कर दिया गया है। एसीएमओ डॉ अमित श्रीवास्तव के मुताबिक सेंटर का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने वीडियो क्रांफेंसिंग के जरिए किया था। इसलिए वहां पत्थर लगाया गया है। विभाग की ओर से कहीं भी कोई खामी या अवैध रूप से नहीं किया गया है। नियमों के तहत सारे कार्य किए गए हैं। बाद में ईएसआई के केंद्र में शामिल होने के बाद इस सेंटर को वहां से हटा लिया गया था।
मौके पर जायजा लिया गया है। अब
रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे। अब अंतिम निर्णय शासन का होगा।
डॉ अंजन दास, निदेशक, परिवार कल्याण
सेंटर का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने वीडियो क्रांफेंसिंग के जरिए किया था। इसलिए वहां पत्थर लगाया गया है। नियमों के तहत सारे कार्य किए गए हैं।
डॉ अमित श्रीवास्तव, एसीएमओ