खुशी मिश्रा की मौत के मामले में गठित कमेटी ने डीएम को सौंपी जांच रिपोर्ट
यूनाइटेड मेडिसिटी द्वारा उचित परीक्षण और इलाज नही किए जाने से गई मासूम की जान
तीन साल मासूम खुशी मिश्रा की मौत यूनाइटेड मेडिसिटी हॉस्पिटल द्वारा उसके परीक्षण और इलाज में लापरवाही का नतीजा थी। यह हकीकत डीएम भानुचंद्र गोस्वामी द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट में सामने आई है। इसमें कहा गया कि बच्ची का उचित परीक्षण और इलाज नही किए जाने से उसकी हालत गंभीर हो गई। कमेटी ने चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की भूमिका को भी संदिग्ध बताया है। कमेटी ने बुधवार को रिपोर्ट डीएम को सौंप दी। रिपोर्ट के आधार पर अब जिम्मेदारों से जवाब तलब किया जायेगा। संतोषजनक जवाब और साक्ष्य न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
तो की जाएगी विधिक कार्रवाई
जांच में लापरवाही सामने आने के बाद सीएमओ की ओर से यूनाइटेड मेडिसिटी प्रशासन को नोटिस जारी कर परीक्षण और इलाज में लापरवाही बरते जाने का जवाब मांगा गया है। जिसमें कहा गया है कि आपके खिलाफ क्यों न विधिक कार्रवाई की जाए? सात दिन में इस नोटिस का जवाब हॉस्पिटल प्रशासन को देना होगा। इसके अलावा चिल्ड्रेन हॉस्पिटल को भी जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि जब बच्ची को उसके परिजन बिना सूचना लेकर गए तो उस समय ड्यूटी पर कौन डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ तैनात थे। उन्होंने परिजनों को रोका क्यों नहीं।
गुरुवार को डीएम ने बनाई थी कमेटी
गुरुवार को यूनाइटेड मेडिसिटी की चौखट पर करेंहदा की रहने वाली तीन साल की खुशी की मौत हो गई थी। परिजनों का अरोप था कि हॉस्पिटल प्रशासन ने पैसे की मांग पूरी नही होने पर उसके इलाज में लापरवाही बरती और पेट की सर्जरी करने के बाद बिना टांका लगाए उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में भी दो दिन रखने के बाद परिजन उसे पुन: यूनाइटेड मेडिसिटी ले गए जहां उसे गंभीर हालत में एडमिट नहीं किया गया। अंत में दर्द से तड़पती खुशी ने हॉस्पिटल गेट पर ही दम तोड़ दिया। इस मामले को लेकर तमाम राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठनों ने प्रदर्शन कर इंसाफ की मांग की। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने जनरल सर्जन डॉ अंकित गुप्ता के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला भी दर्ज किया है। अब खुशी के परिजनों को जांच रिपोर्ट से इंसाफ मिलने की आस जगने लगी है। उधर बाल संरक्षण आयोग ने भी डीएम से मामले की रिपोर्ट मांगी है।
हमने जांच के दौरान प्रत्येक पहलू की जानकारी ली और यह पाया गया कि बच्ची के परीक्षण और इलाज में लापरवाही बरती गई है। सीएमओ की ओर से युनाइटेड मेडिसिटी को नोटिस जारी किया गया है। चिल्ड्रेन हॉस्पिटल को भी नोटिस जारी की गयी है। दोनों को सात दिन में जवाब देना है। उचित जवाब न मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
एके कनौजिया
एडीएम सिटी