प्रयागराज (ब्यूरो)। माफिया अतीक अशरफ हत्याकांड की विवेचना विदेशी पिस्टल पर जाकर फंस गई है। एक शूटर ने गोगी गैंग से पिस्टल मिलने का बयान दिया है। ऐसे में गोगी गैंग का कनेक्शन इस हत्याकांड से जोडऩे में एसआइटी के हाथ पांव फूल जा रहे हैं। फिलहाल, विदेशी पिस्टल को लेकर एसआइटी की जांच जारी है।
माफिया अतीक और अशरफ की हत्या तुर्किए की पिस्टल जिगाना और गिरसान से की गई थी। मौके से हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों के कब्जे से दोनों पिस्टल बरामद हुई थी। दोनों पिस्टल बैलिस्टिक रिपोर्ट के लिए विधि विज्ञानशाला भेजी गई थी। वहां की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि कर दी गई है कि अतीक और अशरफ की हत्या में इन दोनों पिस्टल का इस्तेमाल किया गया। इधर हत्याकांड के एक आरोपी शूटर सनी सिंह ने भी बयान दिया है कि उसे पिस्टल गोगी गैंग से मिली है। ऐसे में उसके बयान की पुष्टि के लिए एसआइटी को गोगी गैंग के उस शख्स की तलाश है जिसने सनी सिंह को पिस्टल दी। जितेंद्र गोगी गैंग का दिल्ली समेत एनसीआर में बड़ा नाम है। इस गैंग पर हाथ डाल पाना बहुत कठिन तो नहीं पर आसान भी नहीं है। ऐसे में सनी की बयान की पुष्टि के लिए एसआइटी गोगी गैंग के उस शख्स की तलाश में है मगर कोई सूत्र पकड़ में नहीं आ रहा है। एसआइटी गोगी गैंग की कुंडली निकालने में लगी है।
ये हैं अहम सवाल
- विदेश की महंगी पिस्टल खरीदने के लिए सनी के पास पैसा कहां से आया।
- गोगी गैंग बगैर भरोसे के विदेशी पिस्टल कैसे देगा। क्या सनी भी गैंग से जुड़ा है।
- पिस्टल देने वाले सदस्य की गिरफ्तारी के बगैर कैसे होगी सनी के बयान की पुष्टि।
अरबाज एनकाउंटर में सात, आठ को दर्ज होगा बयान
प्रयागराज : उमेश पाल हत्याकांड के एक आरोपी अरबाज का पुलिस ने एनकाउंटर किया था। इस मामले की जांच दो सदस्यीय न्यायिक आयोग कर रहा है। आयोग ने इस प्रकरण में बयान दर्ज करने के लिए सात और आठ जून की डेट फिक्स की है। इस दौरान कोई भी एनकाउंटर का चश्मदीद गवाह अपना बयान दर्ज करा सकता है।
नेहरू पार्क के पास हुआ था एनकाउंटर
उमेश पाल हत्याकांड में शूटरों की कार चलाने वाले अरबाज का एनकाउंटर नेहरू पार्क के पास हुआ था। घटना के बाद से पुलिस उसे तलाश रही थी। वह भागने की कवायद में था, मगर नेहरू पार्क के पास उसकी पुलिस से मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने उसे मार गिराया।