- कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए रेलवे ने शुरू की तैयारी
- जल्द ही ट्रेन से सफर करने वाले सभी यात्रियों की होगी जांच, निगेटिव आने पर बैठने की होगी अनुमति
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तो कमजोर हो रही है, अब तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने भी तैयारी शुरू कर दी है। अभी तक संदिग्ध यात्रियों की ही कोरोना जांच की जाती थी, लेकिन जल्द ही सभी स्टेशनों पर कोरोना जांच केंद्र बनाया जायेगा और सफर करने वाले सभी मुसाफिरों के साथ ट्रेन से उतरे यात्रियों की कोरोना जांच की जायेगी। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही ट्रेन में बैठने की अनुमति दी जाएगी। यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो यात्रियों की यात्रा भी कैंसिल हो सकती है। ऐसे में रेलवे अपनी ट्रेनों का संचालन भी पहले की तरह सामान्य करने पर विचार कर रहा है। लेकिन पूरी सुविधा और सावधानी के साथ।
अभी ट्रेन से आने वाले यात्रियों की ही हो रही जांच
रेलवे अधिकारियों की मानें तो अभी फिलहाल रैंडम हो रही एंटीजन जांच सिर्फ कुछ ही यात्रियों को की जा रही है। इसके साथ ही ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की ही जांच रैंडम चल रही है। जबकि स्टेशन पर ट्रेन में बैठने के लिए आए यात्रियों की जांच नहीं हो रही है। ऐसे में यदि सफर शुरू करने से पहले ही यात्रियों की एंटीजन जांच की जाए तो ट्रेनों में संक्रमण फैलने से रोका जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग की भी टीम करेगी मदद
जल्द ही जांच केंद्र बन जाने पर एंटीजन टेस्ट शुरू हो जाएगा, इसके साथ ही मुख्यालय ने रेलवे स्टेशन पर तैनात टीम को ट्रेनों में बैठने से पहले यात्रियों की कोरोना जांच के निर्देश दिए हैं। जांच केंद्र में सीएमओ कार्यालय की टीम इसमें रेलवे का सहयोग भी करेगी इसके लिए अब रेलवे प्रबंधन योजना बनाने में जुट गया है। बताया जा रहा है कि अगले माह के शुरुआत में जांच केंद्र बनने का काम शुरू हो जाएगा।
अभी हर एक यात्रियों की जांच नहीं हो रही है। अभी फिलहाल रैंडम सैंपल लिया जा रहा है। ऊपर से आदेश मिलते ही हर एक यात्रियों की जांच की जाएगी। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही ट्रेनों में बैठने की अनुमति दी जाएगी।
शिवम शर्मा, सीपीआरओ एनसीआर