प्रयागराज (ब्यूरो)। गिरफ्तार किए गए बदमाशों अशहर उर्फ शेबू प्रतापगढ़ कोतवाली एरिया के भवानीपुर का निवासी है। उसका पिता वसीम नैनी इलाके में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। साथी लुटेरा वासिद अली पुत्र गुलहसन निवासी सरखेलपुर दिलीपुर प्रतापगढ़, शहंशाह पुत्र सोहराब अली निवसी तिवारीपुर खुर्द थाना कोहड़ौर प्रतापगढ़ व शक्ति पटेल पुत्र धर्मराज निवासी सिंह निवासी बागी थाना मऊआइमा का रहने वाला है। शातिर शहंशाह शहर के शिवकुटी मोहल्ले में रहकर बीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कटरा में हुई लूट के खुलासे में लगाई गई टीमें एक्टिव थीं। रविवार रात इस टीम को खबर मिली कि कुछ संदिग्ध कर्नलगंज आईईआरटी ग्राउंड में मौजूद हैं। उनकी हरकतें ठीक नहीं लग रहीं। इस सूचना पर सीओ कर्नलगंज अजीत सिंह चौहान थाना पुलिस व एसओजी सहित अन्य टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। देखते ही बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। बचते हुए पुलिस टीम द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में गोली शहंशाह के पैर में लगी और वह जख्मी होकर गिर पड़ा। गिरते ही कुछ जवान उसे दबोच लिए। जबकि पुलिस की जवाबी कार्रवाई को देखकर उसके अन्य तीन साथी अशहर उर्फ शेबू, वासिद अली व शक्ति पटेल डर के मारे भागने लगे। उन्हें जवानों ने दौड़ाकर दबोच लिया। घायल शहंशाह को हॉस्पिटल में एडमिट कराने के बाद तीनों से पूछताछ शुरू की गई।
इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स के दौरान हुई मुलाकात
पूछताछ में इन तीनों बदमाशों के जरिए कटरा लक्ष्मी ट्रेडर्स व चौधराना ऑयरन ट्रेडर्स सरिया की दुकान में 17 अगस्त को हुई लूट को अंजाम देने की बात कबूल की गई। बताया गया कि लुटेरा शक्ति पटेल बीए सेकंड इयर का छात्र है। इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स के दौरान शक्ति की मुलाकात अशहर उर्फ शेबू से हुई थी। खुलासे के वक्त एसपी सिटी संतोष कुमार मीना, एसपी गंगापार अभिषेक अग्रवाल भी मौजूद रहे।

इस तरह से दिया घटना को अंजाम
पुलिस अफसरों के मुताबिक पूछताछ में बदमाशों ने कबूल किया शक्ति घटना से करीब एक माह पूर्व किसी के साथ शाम को लक्ष्मी ट्रेडर्स पर सरिया खरीदने गया था।
इसी बीच दुकान के अंदर काफी तादाद में काउंटर पर शाम को कैश
की गिनते करते हुए सरिया शॉप के कर्मचारियों को वह देखा तो उसकी नीयत खराब हो गई।
कोचिंग का उसका दोस्त शेबू जेल जा चुका है यह बात उसे मालूम थी लिहाजा दुकान की स्थिति बताते हुए उसे लूट करने का सुझाव दिया।

प्लान के तहत शक्ति और शेबू घटना से पहले 12, 1&, व 14 अगस्त को लगातार शाम के वक्त लक्ष्मी एवं चौधराना ट्रेडर्स की कई-कई घंटे चाय की दुकान पर बैठकर रेकी किए।
पुलिस के मुताबिक 16 अगस्त को सीबू, शहंशाह समीर व वाशिद रेकी करके स्विफ्ट कार से वापस प्रतापगढ़ जा रहे थे कि रास्ते में पेट्रोल पम्प पर लूट का इरादा बना लिए
सोरांव से बाइक की चोरी किए और अम्बा पेट्रोल पम्प के संचालक से असलहे के बल पर 40 लाख रुपये की लूट करके भाग गए थे, सोरांव पुलिस इनकी तलाश में थी।
इस घटना के ठीक दूसरे दिन 17 अगस्त की शाम पुख्ता प्लानिंग और रेकी के जरिए सभी स्विफ्ट कार व सोरांव में चुराई गई बाइक से कर्नलगंज पहुंचे
यहां शाम के वक्त शेबू, शहंशाह व शक्ति उसी चोरी की बाइक से दोनों सरिया की दुकान पर पहुंचे और छह लाख पांच हजार रुपये की लूट को अंजाम दिए


बदमाशों के पास से बरामद कैश
अफसरों के मुताबिक शेबू के पास से एक तमंचा व दो कारतूस और एक लाख 11 हजार रुपये नकद मिले हैं। जबकि वाशिद अली के पास से एक तमंचा व 50 हजार, शक्ति पटेल के पास से 74 हजार रुपये जबकि मुठभेड़ में घायल शहंशाह के पास से पिस्टल, कारतूस खोखा व एक लाख 20 हजार रुपये नकद मिले हैं। इस तरह कुल करीब चार लाख रुपये संग कार और चोरी की बाइक भी बरामद की गई।


सभी बदमाश युवा हैं और इनमें दो पढ़ाई भी करते हैं। कटरा में हुई लूट के बाद बदमाशों की तलाश की जा रही थी। कर्नलगंज में मुठभेड़ में गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ में कटरा लूट को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।
शैलेश कुमार पांडेय, एसएसपी प्रयागराज