प्रयागराज ब्यूरो भारत में उद्यमियों के रूप में महिलाओं की संख्या में काफी वृद्धि देखी गई है, भारत में 20 प्रतिशत से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों का स्वामित्व महिलाओं के पास है, जो कुल श्रम शक्ति का 23.3 प्रतिशत है। महिलाएं पितृसत्तात्मक मूल्यों और लिंग मानदंडों जैसी बाधाओं को तोड़ कर सफलता प्राप्त कर रही हैं। यह बातें बतौर मुख्य वक्ता इविवि की डॉ। शेफाली नंदन ने उद्यमिता विकास और भारतीय परिप्रेक्ष्य में स्टार्टअप के अवसर और चुनौतियां विषय पर हमीदिया गल्र्स
डिग्री कॉलेज के फैशन डिजाइन एंड एंब्रॉयडरी विभाग द्वारा आयोजित सेमिनार में कही। एयू की डॉ। वाणिज्य विभाग की सरिता मैक्सवेल ने कहा कि भारत में स्टार्टअप्स को व्यापक रूप से विकास एवं रोजग़ार सृजन के महत्वपूर्ण इंजन के रूप में देखा जा रहा है। इस परिदृश्य में प्रभावशाली स्टार्टअप समाधान उत्पन्न करने के लिये नवाचार और उभरती हुई प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। हमीदिया गल्र्स डिग्री कालेज की प्राचार्या प्रो। नासेहा उस्मानी ने कहा कि छात्राओं के लिए यह सेमिनार उपयोगी साबित होगा.फैशन डिजाइन एण्ड एम्ब्रायडरी विभाग की समन्वयक वह कार्यक्रम संयोजक डॉ। नसरीन बेगम ने सभी टीचर्स और प्रतिभागियों का आभार और धन्यवाद ज्ञापित किया।