प्रयागराज (ब्‍यूरो)। प्रयागराज लॉबी में 'एलेक्सा सॉफ्टवेयर का अनावरण किया गया। यह लोको पायलटों और गार्डों के लिए एक कम्प्यूटर आधारित परामर्श प्रणाली है, जिसे ध्वनि नियंत्रण के माध्यम से संचालित किया जाएगा। सीआरबी एवं सीईओ विनय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि प्रतिदिन 5 मिलियन टन लदान के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कुशल ट्रेन संचालन एक महत्वपूर्ण कारक है और इस प्रकार रनिंग स्टाफ और उनके कार्य कौशल का ज्ञान महत्वपूर्ण मानक है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की सुरक्षा भंग होने पर जीरो टॉलरेंस अपनाया जाएगा। ट्रेन संचालन में सुरक्षा सभी अधिकारियों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

मिशन रफ्तार पर की चर्चा
समीक्षा बैठक के दौरान महाप्रबंधक प्रमोद कुमार, प्रमुख विभागाध्यक्षों और उत्तर मध्य रेलवे के तीनों मंडलों (आगरा, प्रयागराज और झांसी) मंडल रेल प्रबंधक उपस्थित रहे। सुरक्षा सम्बन्धी पहलुओं पर चर्चा करते हुए सीआरबी और सीईओ ने हाल ही में विद्युतीकृत खंडों में कार्यरत कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर बल दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी डीजल इंजन के लोको पायलटों को एसी इंजनों की कार्यप्रणाली से भी परिचित कराया जाए। साथ ही मिशन रफ्तार की प्रगति के विषय में चर्चा की, जो हावड़ा-दिल्ली और मुम्बई-दिल्ली मार्गों को 160 किमी प्रतिघंटे या उससे अधिक की गति से चलने वाली ट्रेनों के लिए अपग्रेड करने से सम्बंधित है।

सिक्स सिग्मा प्रबंधन अपनाने पर बल
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 5 मिलियन टन लोडिंग के विजन को साकार करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे को ट्रेनों की गतिशीलता बढ़ाकर एक प्रमुख भूमिका निभानी होगी। यात्री सुविधाओं पर उन्होंने व्यवहार में सिक्स सिग्मा प्रबंधन जैसे उपकरणों को अपनाने पर बल दिया। निर्देश दिया कि यात्री सुविधाओं से संबंधित कार्यों की निगरानी क्रिटिकल पाथ मेथड (सीपीएम), पीईआरटी चार्टिंग जैसे उपकरणों के माध्यम से दी जाए।