प्रयागराज ब्यूरो । दुकान चला नहीं पाए और पैसा डूब गया। कर्ज में डूबे आरोपितों पर तकादेदार दबाव बनाने लगे। यह देखकर दोनों पैसे का इंतजाम करने की सोचने लगे। प्लान बनाए कि यदि परिवार के भतीजे नमन का अपहरण कर लें तो रुपये मिल सकते हैं। क्योंकि उसका पिता बिजली विभाग में बाबू के पद पर तैनात है। इसी मंशा के तहत दोनों अपहरण के लिए माकूल वक्त का इंतजार शुरू कर दिए। बर्ड-डे पार्टी वाले दिन 21 जनवरी को दोनों मौका पा गए। सभी प्रोग्राम में मशगूल थे। इस बीच विजय बहला फुसला कर बाहर लाया। घुमाने के बहाने गाड़ी में बैठाकर अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद उसे औद्योगिक इलाके के सण्डवा ले गए। वहां उसे एक कमरे में रखने का प्लान था। नमन दोनों को पहचान लिया था। इसी लिए उसकी हत्या करके बॉडी वहीं सेफ्टी टैंक में डाल दिए।
विश्वास में साथ चला गया था बालक
बॉडी मिलने के बाद जब पुलिस विकास सिंह पटेल पुत्र विजय सिंह पटेल व उसके दोस्त संजू जैसवार पुत्र स्व। नरेश चंद्र जैसवार निवासी काजीपुर नैनी को गिरफ्तार की तब भी परिजनों को उन पर शक नहीं था। जब पूछताछ में परिवार के सामने दोनों गुनाह कबूल किए तो मासूम के घर वाले सन्नाटे में आ गए। सभी के पांव के नीचे से मानों जमीन खिसक गई। पुलिस द्वारा मामले में गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों विकास सिंह पटेल व संजू को जेल भेज दिया गया। घटना में प्रयुक्त कार को भी पुलिस बरामद कर ली है। वह कार विकास सिंह पटेल ही अपने रिश्तेदार से मांगा था। मंशा थी कि दस लाख रुपये वसूलने के बाद वह अपना कर्ज भी चुका देंगे और पैसे बच भी जाएंगे। आरोपितों को गिरफ्तार करने वालों थाना प्रभारीघूरपुर अश्वनी कुमार, दरोगा उमाशंकर, अमित कुमार, विक्की कुमार गुप्ता, उप निरीक्षक पंकज कुमार आदि शामिल रहे।
घूरपुर एरिया के बालक की हत्या में गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है। थाना पुलिस की पूछताछ में मुख्य अभियुक्त पैसों के लिए अपहरण की कबूल की है।
दीपक भूकर, डीसीपी यमुनानगर