प्रयागराज (ब्‍यूरो)। फिरौती के लिए कीडगंज एरिया के बैरहना ओल्ड लश्कर लाइन के एक मासूम का मर्डर कर दिया गया। मासूम शुक्रवार शाम से लापता था। मर्डर मासूम के पड़ोसी ने किया है। उसने फिरौती के लिए मासूम को गायब किया था। शनिवार रात मासूम की बॉडी मिलने पर मोहल्ले के लोगों का गुस्सा फूट गया। बॉडी हंडिया एरिया में मिली। रविवार सुबह सैकड़ों की संख्या में लोगों ने कीडगंज थाने पर हंगामा किया। गुस्साए लोगों ने बैरहना में एक रेस्टोरेंट पर पथराव भी किया। मासूम की हत्या सिर में ईंट मारकर की गई। पुलिस ने घटना में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बैरहना में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। घटना से लोगों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश है।

17 की शाम को हुआ था लापता
बैरहना ओल्ड लश्कर लाइन के रहने वाले शिवमूल शिक्षा विभाग में कर्मचारी हैं। वह ओल्ड लश्कर लाइन में अपने परिवार के साथ रहते हैं। 17 मई की शाम करीब साढ़े सात बजे उनका छोटा बेटा अंशू लापता हो गया। काफी देर तलाश करने के बाद भी वह नहीं मिला तो पिता ने कीडगंज थाने में सूचना दी। कीडगंज पुलिस ने मासूम की पिता की तहरीर पर गुमशुदगी का केस दर्ज कर लिया।

हंडिया में मिली बॉडी
कीडगंज पुलिस को शनिवार रात जानकारी हुई कि हंडिया के दिघिया में एक नाले में दस साल के लड़के की बॉडी पड़ी है। थानेदार दीपा सिंह तस्दीक किया तो पता चला कि बॉडी अंशू की है। पुलिस रात में ही उसकी बॉडी ले आई। भोर में अंशू के घरवालों को सूचना दी गई कि अंशू की बॉडी मिल गई है। इसके बाद रविवार सुबह मोहल्ले में जानकारी फैली तो सैकड़ों लोग अंशू के घर के सामने इक_ा हो गए। अंशू के मर्डर की सूचना से लोगों का गुस्सा उबल पड़ा। सैकड़ों की संख्या में लोग कीडगंज थाने पहुंच गए। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। काफी देर तक लोगों का हंगामा थाने में चलता रहा। किसी तरह पुलिस ने लोगों को समझाबुझाकर शांत किया। इस दौरान तमाम लोग पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। जिससे थाने पर भीड़ कम हो गई।

पड़ोसी बन गया दुश्मन
शिवमूल और पम्मी गुप्ता का घर आमने सामने है। दोनों परिवारों में काफी अच्छा तालमेल था। पर अचानक न जाने पम्मी गुप्ता के मन में क्या आया कि उसने अंशू के अपहरण की बात अपने मन में सोच लिया। पम्मी गुप्ता ने अपने एक साथी शनी सिंह निवासी सरायइनायत को ये बात बताई। इसके बाद दोनों ने मिलकर अंशू के अपहरण की योजना बना ली। 17 की शाम करीब साढ़े सात बजे अंशू अपने घर से निकला। घर के बाहर पम्मी काफी देर से उसके इंतजार में था। पम्मी ने अंशू को अपनी स्कूटी पर बैठा लिया। इसके बाद दोनों चल दिए। स्कूटी जब बैरहना से आगे गई तो अंशू ने पम्मी को टोका। इस पर अंशू ने कुछ देर में लौट आने की बात कही।

ईंट से वार करके मार दिया
अंशू जब झूंसी पहुंचा तो वह घर लौटने के लिए जिद करने लगा। इस पर पम्मी घबरा गया। उसे पकड़े जाने का डर सताने लगा। वह तेजी से स्कूटी चलाने लगा। पम्मी उसे हंडिया के दिघिया एरिया में एक नाले के पास ले गया। वहां पर उसने अपने साथी शनी सिंह के साथ मिलकर अंशू को मार दिया। अंशू के सिर पर ईंट से वार किया गया। जिससे उसकी मौत हो गई।


फिरौती लेना चाहता था युवक
पुलिस ने रविवार को पम्मी गुप्ता और शनी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दोनों की गिरफ्तारी पुलिस ने मिंटो पार्क के पास से दिखाई है। थानेदार दीपा सिंह ने दोनों से पूछताछ की। पूछताछ में पम्मी गुप्ता ने बताया कि वह फिरौती लेना चाहता था। उसे पैसों की जरुरत थी। जिसकी वजह से उसने अंशू को टारगेट किया। वह शिवमूल का नेचर अच्छी तरह से जानता था। उसे लगा कि अगर वह अंशू का अपहरण कर लेगा तो फिरौती मांगने पर उसके पापा उसकी डिमांड पूरी कर देंगे। इसलिए उसने अंशू का अपहरण किया।


रेस्टोरेंट पर किया पथराव
पम्मी गुप्ता बैरहना के ग्रीन स्वीट हाउस के मालिक की गाड़ी चलाता था। पोस्टमार्टम हाउस से बॉडी मिलने के बाद घर वाले घर जा रहे थे। अचानक बैरहना में ग्रीन स्वीट हाउस के सामने लोगों ने बॉडी सड़क पर रख दी। इसके बाद पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कुछ देर बाद अचानक लोगों ने ग्रीन स्वीट हाउस पर हमला बोल दिया। पथराव शुरू कर दिया। काउंटर तोड़ डाला। नारेबाजी शुरू होने के साथ ग्रीन स्वीट हाउस से ग्राहक जा चुके थे। गुस्साए लोगों ने तोडफ़ोड़ शुरू किया तो कर्मचारी भाग निकले। लोगों ने दुकान के अंदर जमकर अपना गुस्सा निकाला और बहुत सामान क्षतिग्रस्त कर दिया।


घरवाले नहीं बता सके कारण
घटना में जब पुलिस ने पम्मी गुप्ता के शामिल होने की जानकारी घरवालों को दी तो वह अवाक रह गए। दोनों परिवारों का एक दूसरे के घर आना जाना था। ऐसे में वह पम्मी को लेकर बड़ी देर तक इत्मीनान नहीं कर सके कि घटना उसी ने की है। घटना में पम्मी गुप्ता के शामिल होने की वजह से लोगों का गुस्सा ग्रीन स्वीट हाउस पर फूटा।

बेटे का शव पकड़ कर रोया
बॉडी को घर ले जाया गया तो मां ज्योति आनंद दहाड़ मारकर रोने लगी। वह बेटे की बॉडी छोडऩे का तैयार नहीं थी। दो भाई आदित्य आनंद और अहम आनंद अपने भाई की मौत पर रोते रहे। पिता शिवमूल भी अपने संभाल नहीं पा रहे थे। आस पड़ोस की महिलाओं किसी तरह मां ज्योति को संभाला तो बॉडी अंतिम संस्कार के लिए ले जाई जा सकी। दारागंज घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।

17 मई की शाम को अंशू का अपहरण किया गया था। मामले में गुमशुदगी दर्ज कर ली गई थी। शनिवार रात उसकी बॉडी हंडिया के दिघिया में मिली। अंशू के पड़ोसी एवं एक अन्य को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में पता चला कि पड़ोसी पम्मी गुप्ता ने फिरौती के लिए अंशू का अपहरण किया।
दीपा सिंह, थानाध्यक्ष कीडगंज

17 की शाम को अंशू का अपहरण
11 बजे रात शनिवार को बॉडी की सूचना
4 बजे भोर में घर वालों को मिली सूचना
10 बजे रविवार को थाने का घेराव
4 बजे दोपहर में रेस्टोरेंट पर पथराव
2 आरोपितों को किया गया गिरफ्तार