प्रदेश सरकार से ड्रग विभाग को मिले थे 250 इंजेक्शन
खेप आते ही लग गई तीमारदारो की कतार, हॉस्पिटल्स को दी गई सप्लाई
शहर की स्थिति अच्छी नही है। कोरोना के सीरियस मरीज इतनी बड़ी तादाद में है कि सभी का इलाज मुमकिन नही हो पा रहा है। ताजा उदाहरण शासन से मिले रेमडेसिविर इंजेक्शन का है। शुक्रवार को ड्रग विभाग को 250 इंजेक्शन मिले थे और 24 घंटे के भीतर सभी खत्म हो गए। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि डिमांड के हिसाब से प्राइवेट हॉस्पिटल्स को इंजेक्शन उपलब्ध करा दिए गए हैं।
सुबह से आने लगे फोन
शुक्रवार शाम को ड्रग विभाग को रेमडेसिविर के इंजेक्शन मिले थे और शनिवार को यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते अधिकारियों के पास तीमारदारों के फोन आने लगे। जिसके चलते बीस गंभीर मरीजों को विभाग की ओर से इंजेक्शन उपल्ब्ध कराए गए और बाकी इंजेक्शन प्राइवेट हॉस्पिटल्स को डिमांड के हिसाब से दिए गए। दोपहर तक सभी इंजेक्शन खत्म हो चुके थे। जो लोग बच गए थे उनको इंतजार करने को कहा गया है।
अगली खेप की नहीं है जानकारी
रेमडेसिविर इंजेक्शन की अगली खेप कब आएगी इसकी जानकारी खुद ड्रग विभाग को नही है। अधिकारियों का कहना है कि डिमांड अधिक है और सप्लाई काफी कम हुई है। ऐसे में हम इंजेक्शन की अगली खेप का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही आएगी जरूरतमंद लोगों केा उपलब्ध करा दिया जाएगा.प्रदेश सरकार की ओर से सभी जिलों को इंजेक्शन दिया जा रहा है। बता दें कि यह एंटी वायरल इंजेक्शन है और इसके इस्तेमाल से कोरोना संक्रमण को खत्म करने के बेहतर परिणाम आए हैं।
जरूरत के हिसाब से इंजेक्शन उपलब्ध करा दिए गए हैं। जिन लोगों को नही मिला है उनके लिए अगली खेप का इंतजार है। इंजेक्शन कब आएंगे यह अभी पता नही चल सका है।
गोविंद गुप्ता
ड्रग इंस्पेक्टर, प्रयागराज