प्रयागराज (ब्यूरो)। कोरोना के चलते पिछले दो साल से सर्किल रेट में बढ़ोतरी नही की गई थी। लेकिन इस बार इसे बढ़ाने की पूरी तैयारी है। खासकर उन स्थानों पर महंगाई की चोट हो सकती है जहां पिछले कुछ सालों में अधिक बसावट हुई है और लोगों न प्रापर्टी खरीदने में दिलचस्पी भी दिखाई है। प्रशासन ने इसका डाटा रजिस्ट्री कार्यालय से मांगा है। इसके आधार पर ही नए सर्किल रेट का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। सर्किल रेट जारी करने से पहले प्रशासन की ओर से सर्वे कराया जाता है। जिसमें यह देखा जाता है कि किस एरिया में सर्किल रेट कितना बढ़ाए जाने की जरूरत है। इसकी सर्वे रिपोर्ट 12 जुलाई तक प्रशासन के सामने पेश की जानी थी। हालांकि सर्वे लगभग पूरा हो चुका है। मंडे को सर्वे रिपोर्ट को लेकर एक बैठक भी हो सकती है। जिसमें एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जो आपत्तियों और सुझाव को आमंत्रित कर उस पर विचार करेगी। इसके बाद नए सर्किल रेट इस माह के अंत तक जारी कर दिए जाएंगे।
नदियों के पार बस रहा है प्रयागराज
वर्तमान में नई बसावट शहर के साथ नदियों के पार हो रही है। नैनी और फाफामऊ समेत झूंसी के तमाम इलाकों में तेजी से प्लाटिंग की जा रही है। इसके अलावा झलवा में भी आबादी का बढऩा जारी है। यहां पर निश्चित तौर पर सर्किल रेट बढऩा तय माना जा रहा है। इसके अलावा सिविल लाइंस, अशोक नगर, राजापुर, जार्जटाउन, टैगोरटाउन, कर्नलगंज आदि एरिया का भी सर्किल रेट बढऩा लगभग तय है। अधिकारियों का कहना है कि शहर का विस्तार होने के बाद नए सर्किल रेट समय की मांग है। इसके अलावा सड़क किनारे की जमीनों के भी सर्किल रेट बढ़ सकते हैं। इसे सेगमेंट रेट के तहत बढ़ाया जाएगा। अभी तक लोग इन जमीनों की चौहद्दी छिपाकर स्टांप की चोरी कर लेते थे लेकिन अब यह असंभव हो जाएगा। इनका गाटा संख्या सर्किल रेट में दर्ज करने की तैयारी भी चल रही है।