पहले लॉकडाउन और अब सिलेंडर के बढ़े दामों ने रेस्टोरेंट बिजनेस को पहुंचाया नुकसान

रेस्टोरेंट में डिसेज के प्रोडक्शन कास्ट में हुआ 20 से 25 परसेंट का इजाफा

पहले कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन की मार झेल रहे रेस्टोरेंट संचालकों पर फिर से कामर्शियल सिलेंडर के बढ़े दामों ने झटका दिया है। गुरुवार को कंपनियों की ओर से से घरेलू के साथ ही 19 किलोग्राम के कामर्शियल सिलेंडर के दामों में भी बढ़ोत्तरी कर दी है। पहले तक जहां कामर्शियल सिलेंडर सिलेंडर 1740 रुपए का पड़ता था। वहीं अब उसके दाम में करीब 150 रुपए बढ़ा दिए गए हैं। ऐसे में रेस्टोरेंट संचालकों को अब प्रोडक्शन में बढ़े खर्च का भी बोझ उठाना पड़ेगा। जिससे उनका घाटा लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में लगातार बढ़ रही महंगाई के कारण कई तरह की दिक्कत हो रही है।

पहले से ही लॉकडाउन ने बढ़ाई थी मुसीबत

सिटी के रेस्टोरेंट संचालकों ने बताया कि पिछले साल लॉकडाउन से ही हालत खराब होने लगी थी। हालांकि बीच में जब रेस्टोरेंट खुले, उसमें थोड़ी ही राहत मिली। क्योंकि कस्टमर्स के आने की संख्या में कमी आयी थी। लेकिन इस बार के लॉकडाउन के बाद तो कस्टमर्स 25 परसेंट भी नहीं रह गए। कोरोना संक्रमण के कारण लोग भी काफी हद तक एवाइड कर रहे हैं।

लगातार बढ़ रहा प्रोडक्शन कॉस्ट

रेस्टोरेंट संचालकों ने बताया कि पहले डीजल के दाम बढ़ने के कारण कच्चा माल लगातार महंगा हो रहा है। ऊपर से अब कामर्शियल सिलेंडर के बढ़े दाम आग में घी का काम कर रहे हैँ। हालात ये है कि रेस्टोरेंट की रसोई में हर डिसेज के प्रोडक्शन कास्ट में 20 से 25 परसेंट तक बढ़ गया है। ऐसे में जो बचत होती थी, उसमें भारी कमी आ गई है। जिसके कारण खर्च निकालना भी मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में समझ नहीं आ रहा है कि इन खर्च को कैसे मैनेज किया जाए।

नहीं बढ़ा सकते डिसेज का प्राइज

रेस्टोरेंट संचालकों ने बताया कि डिसेज का प्राइज भी लगातार नहीं बढ़ा सकते हैं। क्योंकि पहले से ही कस्टमर्स की संख्या में लगातार कमी हो रही है। ऊपर से अगर डिसेज का प्राइज बढ़ा दिया गया, तो जो कस्टमर आ रहे हैं, उनका आना भी कम हो जाएगा। ऐसे में मजबूरी में भी फिलहाल रेट बढ़ाना संभव नहीं है। ऊपर से सामानों का रेट लगातार बढ़ रहा है। बार-बार रेस्टोरेंट में बनने वाले सामान का रेट भी नहीं बढ़ाया जा सकता है।

- लॉकडाउन से परेशान रेस्टोरेंट संचालक पर लगातार महंगाई की मार पड़ रही है। चाहते हुए भी डिसेज के रेट नहीं बढ़ा सकते हैं।

अजय राज तिवारी, ओनर इटिंग हट रेस्टोरेंट

- पहले ही रेस्टोरेंट संचालक परेशान थे। ऊपर से कामर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़ने से खर्च और प्रोडक्शन कास्ट में 20 से 25 परसेंट इजाफा हो गया है।

रेहान, स्पाइसी रेस्टोरेंट एंड कैंफे

- महंगाई के हिसाब से अगर लगातार रेट बढ़ाएंगे तो जो कस्टमर आ रहे हैं। उनकी भी संख्या कम हो जाएगी। ऐसे में रेस्टोरेंट बिजनेस बंद होने के कगार पर पहुंच जाएगा।

रजनीश अग्रवाल, कस्बा रेस्टोरेंट