प्रयागराज (ब्यूरो)एमएलएन मेडिकल कॉलेज में परीक्षा के दौरान मोबाइल रखने के मामले में अनुशासनहीनता करना चार छात्रों को भारी पड़ गई है। मामले की रिपोर्ट स्टेट मेडिकल काउंसिल को भेजने के साथ कॉलेज प्रशासन ने एक जांच टीम का भी गठन कर दिया है। जिसकी बैठक शुक्रवार को होगी। कॉलेज प्रशासन के इस कड़े रुख के बाद पैरामेडिकल के छात्र दिनभर प्रिंसिपल कक्ष का चक्कर काटते रहे लेकिन कोई हल नही निकला।

डॉ। चौरसिया के नेतृत्व में होगी जांच
जांच टीम यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ। दिलीप चौरसिया के नेतृत्व में बनाई गई है। यह टीम शुक्रवार को छात्रों का बयान दर्ज करेगी। इस बीच गुरुवार को आरोपी पैरामेडिकल के चार छात्र अपने सहयोगियों के साथ प्रिंसिपल डॉ। वत्सला मिश्रा से मिलने पहुंचे थे। वह माफी नामा देना चाह रहे थे लेकिन प्रिंसिपल ने साफ कर दिया मामला अब काउंसिल के पास पहुंच चुका है। बाकी निर्णय वही होगा। उन्होंने कहा कि कॉलेज में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नही की जाएगी। कहा कि मोबाइल पकड़े जाने के बाद छात्रों ने हंगामा किया और इसके चलते पुलिस बुलानी पड़ी। इससे परीक्षा भी बाधित हुई। उन्होंने कहा कि परीक्षार्थियों को परीक्षा देने से नहीं रोका गया, इसके अलावा उन्हें प्रैक्टिकल तक देने के लिए कहा गया है। मगर अंतिम निर्णय काउंसिल का होगा।

क्या है पूरा मामला
बुधवार को मेडिकल कॉलेज में रेडियोलॉजी विभाग के तीन टेक्निकल पदों सिटी स्कैन, एमआरआई व एक्सरे की परीक्षा चल रही थी। इस बीच कक्ष निरीक्षक ने शक होने पर जांच की तो एक परीक्षार्थी के पास मोबाइल फोन मिला। इसी तरह दो अन्य के पास भी मोबाइल मिलने से हंगामा मच गया। इस पर परीक्षार्थियों ने गलती नही मानने के बजाय कॉलेज प्रशासन पर अधिक ड्यूटी कराने के साथ पढ़ाने नही कर पाने का आरोप लगाया। इस बीच हंगामा शुरू हो गया। इन छात्रों के समर्थन में अन्य पैरामेडिकल छात्र भी उतर आए। जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने जॉर्जटाउन थाने की पुलिस बुला ली। पुलिस को हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराना पड़ा। उधर बताया गया कि आरोपित छात्रों को दोबारा परीक्षा देनी पड़ सकत है। जांच टीम सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के साथ साक्ष्यों पर भी काम करेगी। शुक्रवार को आरोपित छात्रों का बयान भी दर्ज किया जाना है।

यह मामला अनुशासनहीनता का है। पूरी रिपोर्ट स्टेट मेडिकल काउंसिल को भेजने के साथ जांच टीम का गठन किया गया है। आगे की कार्रवाई टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही होगी।
डॉ। वत्सला मिश्रा
प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज