प्रयागराज (ब्यूरो)। अपने अंदर से विवेक जागृत करें और अच्छे अधिवक्ता बनने की मंशा जताएं। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से बुधवार को आयोजित विधि व्याख्यान माला में जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा ने यह बात कही। उन्होंने नए अधिवक्ताओं को कई सीख दी। उन्होंने कहा कि बेहतर वकील बनने के लिए लगन के साथ ईमानदारी से मेहनत करना होगा।
'सीनियर्स से सीखें
लाइब्रेरी हाल में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि ने कहा कि नए अधिवक्ताओं को वरिष्ठ अधिवक्ताओं से सलाह लेनी चाहिए। बिना झूठ का सहारा लिए खुद की काबिलियत को साबित करना होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी जस्टिस न्याय देने के लिए तैयार बैठा है लेकिन उसके लिए अपने को योग्य बनाना चाहिए। वरिष्ठï अधिवक्ता ओपी सिंह ने नए अधिवक्ताओं को न्यायालय की गरिमा के अनुरूप कार्य करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि न्यायालय के समक्ष शब्द स्पष्ट व क्रमवार होने चाहिए। मुकदमों में केवल वही दस्तावेज संलग्न करें जो आवश्यक व प्रभावी हों। न्यायालय के समक्ष अपनी बातों को शालीनता से रखें। व्याख्यान में महासचिव नितिन शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव लाइब्रेरी अजय सिंह, उपाध्यक्ष अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव प्रेस अमरेन्दु सिंह, अंजना चतुर्वेदी सहित कई पदाधिकारियों केसाथ अधिवक्ता मौजूद रहे।