प्रयागराज ब्यूरो । डीपीआर तैयार, 3033 करोड़ रुपये होंगे खर्च

प्रयागराज- एनएचएआई द्वारा जिले में 64.73 किमी लंबी रिंग रोड का निर्माण किया जाना है। जिसे दो चरणों में बनाने का निर्णय लिया गया है। प्रथम चरण में सहसों से डाडूपुर तक कुल 29.84 किमी का निर्माण होगा। जिसकी डीपीआर कार्य प्रगति पर है। इसकी लागत 3033 करोड़ रुपए है। बता दें कि यह परियोजना जिले के बाईपास से मिलकर शहर के चारों ओर एक रिंग का निर्माण करेगी। इतना ही नही, इस परियोजना में गंगा नदी पर 3.2 किमी लबंा पुल भी प्रस्तावित है।

शहर के भीतर नही आएंगे वाहन

बताया गया कि गंगा नदी पर बनने वाला पुल झूंसी और नैनी को आपस में जोड़ेगा और इससे कानपुर, वाराणसी की आरे से रीवा जाने एवं आने वाले वाहनों को शहर के अंदर नही आना होगा। जिससे शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी। इस परियोजना का फेज वन का कार्य मुख्य सेतु को छोड़कर महाकुंभ 2025 से पूरा कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

45 गांव की जमीन होगी अधिग्रहीत

परियोजना के फेज वन में चार रेलवे ओवर ब्रिज, दो मुख्य फ्लाई ओवर और एक मुख्य सेतु प्रस्तावित है। परियोजना में भूमि अधिग्रहण का खर्च 250 करोड़ अनुमानित है। रिंग रोड परियोजना के प्रथम चरण में कुल 45 गांव की 195 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जानी है। परियोजना के लिए इनवायरमेंट और फारेस्ट क्लीयरेंस का कार्य अंतिम चरण में है। एनएचएआई के अधिकारियां ने बताया कि रिंगा रोड के प्रथम चरण को तीन पैकेज मं विभाजित किया गया है। तीनों का निविदा कार्य एनएचएआई के नई दिल्ली मुख्यालय से जून व जुलाई माह में पूरा कर लिया जाएगा।