प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गार्डन एसोसिएशन के तत्वावधान में बागवानी और स्वास्थ्य विषय पर हुई संगोष्ठी में अध्यक्ष प्रभाकर ने कहा कि हमें स्वस्थ रहना है तो पेड़ पौधों के बीच रहना होगा। मुख्य वक्ता डॉ वंदना बंसल का परिचय उपाध्यक्ष स्मिता अग्रवाल ने दियज्ञ। डॉ बंसल ने कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य के लिए कुछ समय जरूर देना चाहिए क्योंकि यह हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।

प्रदा अवस्था में हमें स्वस्थ रहने के लिए कौन से परीक्षण करवाने चाहिए और कौन से पोषक तत्व लेने चाहिए इसकी जानकारी दी। वृद्धावस्था में लगाए जाने वाली वैक्सीन्स की उन्होंने जानकारी दी। उन्होंने कहा की हमें घरेलू उपायों पर भी ध्यान देना चाहिए जैसे गले में तकलीफ हो तो अमरूद के ताजे पत्ते पानी में उबालकर चाय के रूप में उसे पियें, बहुत लाभ होगा। नीम की कोपल और तुलसी के पत्तों का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। योग एवं ध्यान से हमारा मां और चित्त एकाग्र होता है। अच्छे लोगों के साथ कुछ समय बिताएं जिससे आपमें सकारात्मक आएगी। प्रकृति के साथ थोड़ा समय जरूर बताएं इससे हमारी सृजनात्मक बढ़ती है और हम ताजगी का अनुभव भी करते हैं। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि कविता लेखन बगीचे में बैठ कर पेड़- पौधों के समीप में रहकर बेहतर होता है। उन्होंने अपनी तीन कविताएं खुद से बढ़कर मुझको कोई साथी अब तक मिला नहीं मेडिकल कॉलेज के छात्र जीवन में लिखी कविता अब मैं ठहरे हुए तालाब की तरह स्थिर जिंदगी में, बीते हुए कल के कंकड़ फेंक कर लहरें नहीं गिनती, जीने की कला सिखाती है प्रकृति, सूने जीवन में अपनी छटाओं से रंग बिखराती है प्रकृति। पतझड़ के मौसम में जब निराशा छा जाती, बसंत अब आएगा यह दिलासा दिलाती है प्रकृति सुनाया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ बबीता अग्रवाल ने व संचालन अंशुमालिका ने किया। जस्टिस पूनम श्रीवास्तव चंद्रकांता पांडे, डॉ शान्ति चौधरी, भावना शिक्षार्थी, पूजा, डॉ साक्षी, राजलक्ष्मी शुक्ला, किरण चावला सुषमा कपूर समेत अनेक महिलाएं उपस्थित रहीं।