प्रयागराज (ब्यूरो)। अगर आप एलपीजी गैस सिलेंडर धारक हैं तो एलर्ट हो जाइए। अपनी ई केवाइसी नही हुई है तो इसे तत्काल करा लीजिए, अन्यथा मार्च के बाद सब्सिडी का लाभ नहीं ले पाएंगे। दरअसल, अब एलपीजी गैस सिलेंडर धारकों के लिए ई केवाईसी कराना अनिवार्य हो गया है। हालांकि यह प्रावधान कोई नया नहीं है। उज्ज्वला योजना को लेकर इसे पहले ही लागू कर दिया गया था। मगर लोगों की लापरवाही को देखते हुए ई-केवाईसी कराने वालों की संख्या काफी कम होने के कारण बॉयोमेट्रिक प्रणाली को अनिवार्य कर दिया गया है। जिसके लिए 31 मार्च की अंतिम तिथि रखी गई है।
किस तरह से करा सकेंगे ई केवाईसी
ई केवाईसी कैसे कराना है यह भी जानना जरूरी है। जानकारी के मुताबिक बॉयोमेट्रिक के तहत उपभोक्ता का फिंगर प्रिंट या फिर आंखों की रेटीना स्कैन की जाएगी। जिसके बाद उपभोक्त को सब्सिडी लाभार्थी की सूची में शामिल किया जाएगा। इस प्रक्रिया में अधिक समय नही लगता है लेकिन लापरवाही के चलते लाखों ग्राहक अभी तक इसका पालन नही कर रहे हैं्। ऐसा करने से भविष्य में उनको बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
अब तक 30 फीसदी ही केवाईसी
प्रयागराज में इंडियन ऑयल के कुल 14 लाख उपभोक्ता हैं। जिनमें से पांच लाख उपभोक्ता उज्ज्वला योजना के लाभार्थी हैं। सरकार ने जब उज्जवला योजना को लागू की थी, उसके कुछ समय के बाद ही ई-केवाईसी को लागू कर दिया था। मगर लोगों ने इसमें अपनी रूचि नहीं दिखाई। वर्तमान में महज 30 फीसदी ग्राहकों ने ही ई केवाईसी कराई है। सरका का कहना है कि लोगों की इस लापरवाही से फर्जीवाड़े को बढावा मिल रहा है। जिसको रोकने के लिए ई केवाईसी के प्रावधान को कड़ाई से लागू किया जा रहा है।
31 मार्च से पहले उपभोक्ता को अपने यहां की एजेंसी में गैस कनेक्शन की बुक व आधार जमा करना होगा। जिसके बाद उपभोक्ता का फिंगर प्रिंट या फिर रेटीना को स्कैन किया जाएगा। तब जाकर यह प्रक्रिया पूरी हो सकेगी। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही सब्सिडी का लाभ उपभोक्ता को मिल सकेगा। ऐसा न होने की स्थिति में 31 मार्च के बाद सब्सिडी रोक दी जाएगी। हालांकि सरकार के द्वारा इसका प्रचार प्रसार किया जा रहा है लेकिन लोग जागरुक नही हैं। अधिकारियों की माने तो नियम का पालन करने के लिए अभी पर्याप्त समय शेष है।
31 मार्च तक उपभोक्ता हर हाल में अपना ई-केवाईसी करा लें। ऐसा नही करने से उनको सब्सिडी का लाभ नही मिल सकेगा। अभी भी बड़ी संख्या में लोग ऐसा करने से वंचित हैं।
जितेंद्र कुमार, मंडल अध्यक्ष, ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन