प्रयागराज ब्यूरो । आपको पता नही है लेकिन आपकी हड्डियां कमजोर हो चुकी है। इसका कारण बॉडी में विटामिन डी की कमी है। धूप में नही निकलना और एसी-कूलर में अधिक रहना इसके पीछे शामिल है। खुद डॉक्टर्स का कहना है कि ओपीडी में आने वाले 70 फीसदी मरीजों में ऐसी समस्या पाई जा रही है। खासकर महिलाएं अधिक इस परेशानी का शिकार हो रही हैं। जरा सी चोट लगने में उनकी हड्डियों में फ्रैक्चर हो रहा है।

लगातार बढ़ रहे हैं मामले

मरीजों में विटामिन डी की कमी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों की आर्थोपेडिक ओपीडी में आने वाले मरीजों की जांच में इसका खुलासा हो रहा है। 70 फीसदी मरीज इस समस्या से ग्रसित हैं। इसकी वजह से वह जितना कैल्शियम खानपान या दवा के रूप में ले रहे हैं वह भी वेस्टेज हो रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि सबसे ज्यादा विटामिन डी सूरज की रोशनी में होता है। दूसरे नंबर पर टेबलैट के जरिए यह बॉडी में जाता है। लेकिन जानकारी नही होने पर मरीज इस ओर ध्यान नहीे देते हैं। वह कैल्शियम की डोज लेकर खुद की हड्डियों को मजबूत करने में जुटे रहते हैं।

विटामिन डी की कमी के लक्षण

- बार बार हड्डियो में फ्रैक्चर और टेढ़ापन

- पैरों में धनुष का आकार बनना

- जोड़ों में संक्रमण का फैलना

- जुवेनाइल आइडियोपैथिक आर्थराइटिस

- वजन में बढ़ोतरी

- सिर में बार बार दर्द होना

इस तरह से मिलेगा विटामिन डी

- सुबह शाम धूप लेना

- दवा के रूप में विटामिन डी का सेवन करना

- बच्चों को आउड डोर गेम की आदत डालना

- नट्स, दही, फल आदि को भोजन में शामिल करना

- नियमित रूप से एक्सरसाइज करना

क्या है विटामिन डी का फंडा

बता दें कि कैल्शियम एक प्रकार का मिनरल है और विटामिन डी माइक्रो न्यूट्रिएंट है। अगर बॉडी में विटामिन डी नही होगा तो कैल्शियम ब्लड के जरिए बोन में जमा नही होगा। ऐसे में कैल्शियम सीधे स्टूल के जरिए बॉडी से बाहर निकल जाएगा। डॉक्टर्स का कहना है कि विटामिन डी का काम कैल्शियम को खून में जाने के लिए एक्सेलिरेट करना है। इसकी कमी से 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में आस्टियोपोरोसिस की समस्या बढ़ रही है।

ओपीडी में आने वाले 70 फीसदी मरीजों की जांच में पता चलता है कि बॉडी विटामिन डी कमी है। इससे उनकी हड्डी कमजोर हो रही है। मरीजों को धूप में रहने की हिदायत दी जाती है। बच्चों और महिलाओं में विटामिन डी की कमी का अधिक असर देखने को मिल रहा है।

डॉ। अजय राज पाल, आर्थोपेडिक सर्जन, बेली अस्पताल

आजकल लोगों की फिजिकल एक्टिविटी कम हो गई है। वह पूरा समय एसी या कूलर में रहना पसंद करते हैं। बच्चे भी इनडोर गेम्स को पसंद करते हैं। कारण सामने है। विटामिन डी की कमी से हड्डियां खोखली और ताकत विहीन हो रही हैं। ऐसे मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।

डॉ। जितेंद्र जैन, आर्थोपेटिक सर्जन, त्रिशला फाउंडेशन