मेजा रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी की चपेट में आने से युवक की हुई मौत
जीआरपी माण्डा द्वारा बॉडी को भेजा गया पोस्टमार्टम हाउस, पार कर रहा था ट्रैक
PRAQYAGRAJ: कान में अगर लीड न होती तो अश्वनी कुमार (18) आज जिंदा होता। मोबाइल की लीड कान में लगाकर वह रेलवे का ट्रैक पार कर रहा था। लीड कान में होने से उसे माल गाड़ी के आने की आवाज नहीं सुनाई दी। जब तक उसकी नजर पड़ी काफी देर हो चुकी थी। वह कुछ सोच पाता कि ट्रेन की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। माण्डा जीआरपी ने बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।
नजर पड़ी तो हो चुकी थी देर
अश्वनी मेजा के बिजौरा सिरसा निवासी रमानन्द का बेटा था। बताते हैं कि वह बुधवार सुबह मेजा रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पार कर रहा था। ट्रैक पार करते समय उसके कान में मोबाइल की लीड लगी हुई थी। लीड के जरिए वह किसी से बात या गाना सुन रहा होगा। अपनी धुन में वह बगैर ध्यान दिए ट्रैक आगे बढ़ता जा रहा था। ट्रैक के पास पहुंचा तब भी सतर्क नहीं हुआ। इस बीच मालगाड़ी आ रही थी। ट्रेन के आने की आवाज कान में लीड होने की वजह से वे नहीं सुन सका। जब तक उसकी नजर ट्रेन पर पड़ी वह देर हो चुकी थी। ट्रेन की चपेट में आते ही उसकी मौत हो गई। यह देख ट्रेन के जाते ही लोग दौड़ पड़े। सूचना पर पहुंचे जीआरपी ने बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।
बाक्स
मामला रेलवे क्षेत्र का है। युवक मालगाड़ी की चपेट में आ गया था। जीआरपी द्वारा बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है।
वह कान में लीड लगाए हुए था। इस दौरान मालगाड़ी की चपेट में आ गया.- सुनील कुमार बाजपेयी, प्रभारी निरीक्षक मेजा