प्रयागराज (ब्यूरो)। वैन पिछले दो माह से मंडल में वर्क कर रही है और अब तक 750 से अधिक सैंपल लेकर जांच की जा चुकी है। इस माह चार दिन तक चले अभियान में 253 सैंपल की जांच की गई है। जबकि पिछले माह में 500 से अधिक सैंपल लिए गए थे। इस वैन में मौजूद फूड सेफ्टी आफिसर मौके पर ही खाद्य पदार्थों की जांच कर लेते हैं।
इनकी होती है रैंडम
हालांकि फूड सेफ्टी वैन से सभी तरह के खाद्य पदार्थों की जांच नही हो पाती है। इस वैन से खासकर मिठाई और तेल में कलर की जांच की जाती है। क्योंकि आमतौर पर इन दोनों चीजों में मिलाया जाने वाला कलर खाने योग्य नही होता है लेकिन इसकी अधिक मात्रा चटख रंग होने के लिए डाल दी जाती है। यह कलर पेट में जाने के बाद कई गंभीर रोग का कारण बनता है। इससे कैंसर के पनपने के चांसेज भी होते हैं। इसके अलावा दूध में फैट की जांच भी इस वैन के जरिए की जाती है। ऐसे मामलों में संबंधित दुकानदार को चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है। गंभीर मिलावट होने पर सैंपल को जांच के लिए लैब भेज दिया जाता है।
यहां कर सकते हैं शिकायत
अगर आपको लगता है कि आसपास कहीं मिलावट खोरी चल रही है तो इसकी शिकायत सदर तहसील स्थित खाद्य सुरक्षा विभाग के कार्यालय में की जा सकती है। इसके बाद संबंधित जगह पर वैन को जांच के लिए भेज दिया जाएगा। अगर मिलावटी खाद्य पदार्थ मिलता है तो उसको मौके पर नष्ट भी करा दिया जाएगा। शिकायत करने वाले की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी।
प्रयागराज मंडल को फूड सेफ्टी वैन स्थाई रूप से उपलब्ध करा दी गई है। इसका हर जिले का अपना शेड्यूल फिक्स है। प्रयागराज में यह आठ दिन रहेगी और जगह जगह जाकर जांच की जाएगी।
ममता चौधरी, सहायक आयुक्त 2, खाद्य सुरक्षा विभाग प्रयागराज