प्रयागराज (ब्यूरो)। बैठक में कटान के चलते जमीन की कमी को लेकर चर्चा हुई। जिसमें माघ मेला सलाहकार समिति ज्यादातर सदस्यों ने संस्थाओं की जमीन में कटौती पर सहमति जताई। संस्थाओं की जमीनों को बराबर अनुपात में कम करने तथा विस्थापन कराने पर संस्थाओं का क्रम से हटाने का सुझाव दिया। संगम के पास मुख्य मार्ग पर विभिन्न विभागों के वीआइपी शिविरों को भी विस्थापित करने पर चर्चा हुई। कमिश्नर ने कटान को देखते हुए घाट के पास 200 फीट का सर्कुलेङ्क्षटग एरिया छोडऩे पर चर्चा की गई।
हरिश्चंद्र मार्ग पर बने अतिरिक्त पांटूल पुल
बैठक में सिर्फ धार्मिक विज्ञापनों को लगाने को कहा गया। कई संतों द्वारा कनात शौचालयों की गुणवत्ता मानक के अनुरूप न होना बताया गया, जिस पर कमिश्नर ने अधिकारियों को इस दिशा में उचित निर्देश दिए। साथ ही स्नान घाटों पर उचित दूरी पर शौचालय बनाने को कहा गया। हरिश्चंद्र मार्ग पर एक अतिरिक्त पांटून पुल बनाने के प्रस्ताव पर उसकी उपयोगिता के आकलन के निर्देश दिए। गाटा मार्गों को चौड़ा करने तथा नाली बनाने की सलाह दी गई। हर सेक्टर कार्यालय के बाहर रोडवेज एवं रेलवे के टाइम टेबल लगाने का भी सुझाव दिया गया। इस बार मेला मेला छह जनवरी से शुरू होगा। जिसमें 13 थाने एवं 38 चौकियां बनाई जाएंगी। बैठक में मेलाधिकारी अरङ्क्षवद ङ्क्षसह चौहान, एसपी मेला आदित्य शुक्ल, एसडीएम संत कुमार मौजूद रहे।