प्रयागराज ब्यूरो, नियमानुसार जिस घर में डेंगू का मरीज मिलेगा वहां पर नगर निगम और मलेरिया विभाग की टीम सर्वे करेगी। देखेगी कि घर में कूलर, गमला, टायर, चिडिय़ा की पानी की कटोरी, प्लास्टिक बर्तन में कहीं पानी तो नही भरा है। घर के आसपास की उनकी वजह से कूड़ा या गंदगी तो नही फैली है। इसी तरह आसपास के तीस घरों का भी सर्वे किया जाएगा। अगर जलभराव मिला और उसमें डेंगू के लार्वा मिले तो तत्काल संबंधित गृहस्वामी को नोटिस जारी कर दिया जाएगा।

24 घंटे का मिलेगा समय

24 घंटे के भीतर पानी हटाने और साफ सफाई नही किए जाने पर नगर निगम की टीम करेगी और संबंधित से जुर्माना समेत लागत की वसूली की जाएगी। नगर निगम की ओर से सर्वे करने वाली टीम में बीस लोगों को शामिल किया गया है। साथ ही मलेरिया विभाग भी इसमें अहम भूमिका निभाएगा। बता दें कि नगर निगम की ओर से 80 वार्डों में फांिगंग के लिए दस साइकिल माउंटेन और आठ बड़ी फागिंग मशीनो ंको तैनात किया गया है। डीएम की ओर से इस मामले में अधिसूचना 10 जून 2021 को लागू की जा चुकी है।

मानने को तैयार नही हैं लोग

मलेरिया विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सर्वे में अक्सर देखा जाता है कि लोगों के घर में डेंगू के लार्वा मिलते हैं और गृहस्वामी जान बूझकर ऐसी परिस्थितियों को नही रोकते हैं। जिससे आसपास के घरों में डेंगू फैलने लगता है। लास्ट ईयर प्रशासन के सख्ती से नगर निगम ने नोटिस देना शुरू किया था और इसका परिणाम भी जल्द सामने आ गया था। यही रुख इस बार भी अख्तियार किया जा रहा है।

घर-घर मिल रहे बुखार के मरीज

डेंगू का कहर इस कदर बरपा है कि घर-घर बुखार के मरीज मिल रहे हैं। सात अक्टूबर से चलाए जा रहे दस्तक अभियान के तहत आशा कार्यकर्ताओं ने टीम बनाकर घरों में सर्वे किया। जिसमें 390 लोग जांच में बुखार से पीडि़त मिले हैं। इनकी डेंगू और मलेरिया की जांच की जा रही है। इसी तरह 112 सर्दी-जुकाम के मरीज मिलेे हैं और इनकी कोविड की जांच की जा रही है। 46 मरीज ऐसे मिले हैं जिनमें टीबी जैसे लक्षण मिले हैं और इनकी भी जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने बुखार के मरीजों की जांच के लिए 405 टीमों को लगाया गया है।