प्रयागराज (ब्यूरो)। गौरी शंकर के तीन बेटों में रंजन वर्मा दूसरे नंबर पर थे। सोमवार की शाम रंजन मोहल्ले में ही दोस्त अनुराग यादव के घर मिलने गए थे। छोटे भाई राजेश वर्मा ने कहा कि रात करीब आठ बजे भाई के दोस्त अनुराग ने फोन किया। बताया कि घर में महाशिवरात्रि पूजन की तैयारी चल रही थी। टाइल्स लगे फर्स की भी
सफाई आदि का काम चल रहा था। इस बीच रंजन फर्श पर स्लिप होकर
गिर पड़े और मौके पर मौत हो गई। यह सुनते ही परिवार के लोग उसके दोस्त अनुराग के घर पहुंचे। सभी ने वहां देखा तो रंजन की बॉडी फर्श पर पड़ी थी। उसके बदन से काफी ब्लड बहा हुआ था। शरीर पर कुछ जगह चोट के निशान भी थे। दाहिनी तरफ सीने में साइड से हल्का होल भी दिखाई दिया। यह सब देखते ही परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। बात सिविल लाइंस थाना पुलिस को बताई गई। जानकारी हुई तो थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। छानबीन के बाद बॉडी को पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। सूत्रों के मुताबिक पोस्टमार्टम में उसकी मौत का कारण अधिक ब्लड का बह जाना बताया गया है। उसके बदन में दो जगह जख्म भी बताए गए हैं। इसमें एक तो कनपटी के पास दूसरा सीने के पास देखा गया वह होल था। बहरहाल कारण और अन्य बातें अब पुलिस की जांच के बाद ही क्लियर होंगे। फिलहाल रंजन की मौत से उसकी पत्नी सरिता देवी व एक बेटे सहित पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

यदि फर्श पर गिरा तो यह होल कैसा?
पोस्टमार्टम बाद सूत्रों ने बताया कि
रंजन के सीने के बगल से दिखाई देने वाला छोटा सा होल काफी गहरा था।
ऐसा लग रहा था मानों कोई लंबी सी नुकीली चीज उसके सीने में धंस गई है।
अगर ऐसा है तो सवाल यह उठता है कि नुकीली चीज उसके सीने में वह भी साइड से कैसे धंसी।
जबकि परिवार के मुताबिक उन्हें फर्श पर फिसल कर गिरने से उसकी मौत बताई गई थी।
प्रश्न यह भी है कि यदि वह फिसल
कर गिरा था तो उसकी कनपटी पर खरोच जैसी चोट कैसे आई?
उसके परिवार की मानें तो जिस फर्श पर गिरने की बात उन्हें बताई गई पक्की थी और टाइल्स लगा हुआ था।
यही वह सारे सवाल हैं जिसकी वजह से रंजन की मौत की वजह को लोग संदिग्ध मान रहे हैं।

अभी हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट को देखे नहीं पाए हैं। परिवार की तरफ से कोई तहरीर भी थाने पर नहीं दी गई है। हमें सूचना मिली थी कि दोस्त के घर में फर्श पर फिसलकर गिरने से उसकी मौत हुई है। यदि तहरीर मिलेगी तो रिपोर्ट दर्ज करके जांच की जाएगी।
वीरेंद्र यादव, इंस्पेक्टर सिविल
लाइंस