प्रयागराज ब्यूरो । हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) के मामले में आरटीओ विभाग की सख्ती काम आ रही है। मजबूरी में लोगों को अब एचएसआरपी लगाने पर बाध्य होना पड़ रहा है। नंबर प्लेट के लिए आवेदन भी शुरू हो गए हैं। ऐसा इसलिए कि हाल ही में आरटीओ विभाग ने नियम बनाया है कि बिना एचएसआरपी किसी भी वाहन का रिन्यूवल और फिटनेस आदि नही किया जाएगा। बता दें कि एचएसआरपी लगाने के मामले में प्रयागराज काफी पीछे है। तकरीबन चार साल बीत जाने के बाद भी लगभग 5 लाख वाहनों में ही एचएसआरपी लगी हुई है। जबकि आरटीओ कार्यालय में लगभग 13 लाख वाहन पंजीकृत हैं।
तीसरी बार उठाया कदम
वहीं प्लेट लगाने में ढि़लाई को देखते हुए चार साल में तीसरी बार आरटीओ कार्यालय में बिना एचएसआरपी लगे वाहनों का काम रोका गया है। वहीं इस सख्ती का असर दिखने की भी लगा है। अब प्रतिदिन एचएसआरपी के लिए 500 से अधिक वाहनों का ऑनलाइन आवेदन किया जा रहा है। वहीं जून माह से पहले यह संख्या प्रतिदिन 300 से भी कम थी। आरटीओ विभाग ने एक जून से बिना हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट लगे वाहनों का रजिस्ट्रेशन रिनुवल, फिटनेस, इंश्यारेंस सहित कई अन्य काम रोग दिए हैं। वहीं इस सख्ती के एक सप्ताह बाद ही आवेदन करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। अब प्रतिदिन 300 की जगह 500 से अधिक वाहनों का ऑनलाइन आवेदन किया जा रहा है।
खुद भी कर रहे हैं आवेदन
वैसे ये आंकड़े साइबर कैफे वालों के हैं। इसके अलावा भी कई लोग खुद से ही एचएसआरपी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं। आरटीओ विभाग के अधिकारियों की मानें तो इस बार कोई ढि़लाई नहीं बरती जाएगी। उन्हीं वाहनों का काम होगा जिनमें हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी होगी। इसके अलावा बिना एचएसआरपी लगे वाहनों का चालान भी किया जाएगा। इसके लिए पांच टीमों का गठन भी किया गया है जो लगातार कार्रवाई कर रही है।
दो पहिया में अधिक लापरवाही
हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेन न लगने के मामले में चार पहिया से अधिक दो पहिया वाहनों की संख्या है।
13
लाख वाहनों में तकरीबन 1.50 लाख कार हैं।
1.50 लाख में ट्रक-बस, ईरिक्शा, ट्रैक्टर, टैम्पा, टैक्सी व अन्य वाहन शामिल हैं
वहीं तकरीबन 9 लाख दो पहिया वाहन हैं। जिसमें लगभग 6 लाख दो पहिया वाहनों में हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगी हुई है।
हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की गति को बढ़ाने के लिए यह तीसरा मौका है जब आरटीओ विभाग ने वाहनों का काम रोका हो।
इससे पहले एचएसआरपी के आवेदन की रसीद दिखाकर वाहनों का काम हो रहा था
2021 में पहली बार बिना एचएसआरपी लगे वाहनों का काम रोका गया था। वहीं बाद में कुछ समय तक ढि़लाई बरती गई।
हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट का आवेदन ऑनलाइन होता है। इसलिए अधिकतर लोग घर बैठे ही आवेदन कर देते हैं। वहीं हमारे पास आम दिनों में प्रतिदिन दो से तीन एचएसआरपी के आवेदन करने के लिए आते हैं। वहीं सख्ती होने पर यह संख्या प्रतिदिन 5 से अधिक वाहन हो जाती है।
सूरज कुमार, साइबर कैफे संचालक, मुंडेरा
हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की गति बहुत धीमी है। जिसकों देखते हुए यह फैसला लिया गया है। फिलहाल अब यह सख्ती बरकरार रहेगी। अगर अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन रिन्युवल, फिटनेस, इंश्योरेंस व कोई अन्य काम आरटीओ कार्यालय में कराना है तो एचएसआरपी नंबर प्लेट का लगा होना जरूरी है।
प्रतीक मिश्रा, आरआई, आरटीओ विभाग।