तबादले से नाराज कर्मचारियों ने बंद किया कामकाज
कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबले की तैयारी में लगे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने पहले ही सरेंडर कर दिया है। यह कर्मचारी पिछले दो दिन से कामकाज बंद कर धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं और किसी प्रकार की विभागीय गतिविधियों से दूरी बनाए हैं। यह सभी अपने तबादले पर रोक लगाए जाने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि शासन द्वारा बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के बाबुओं का स्थानांतरण कर दिया गया है जिससे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
122 में 79 कर्मचारियों का तबादला
स्वास्थ्य विभाग में इस समय जिले में कुल 122 बाबू तैनात हैं। जिनमें से 79 का तबादला अन्य जिलों में कर दिया गय ाहै। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। सबसे अहम कि वह कर्मचारी भी शामिल है जिनकी सेवानिवृत्ति महज एक साल से कम बची है। अब इस उम्र में वह दूसरे जिले में कैसे नौकरी करेंगे यह बड़ा सवाल है। अचानक हुए भारी भरकम तबादले से कर्मचारियों की नींद उड़ी है। यही कारण है कि दो दिन से कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर दिया है।
एक-एक दिन है कीमती
एक ओर बाबुओं का कामकाज ठप है तो दूसरी ओर कोरोना की तीसरी लहर के आगमन की संभावना जताई जा रही है। यह काफी कठिन समय माना जा रहा है। ऐसे में विभागीय कामकाज प्रभावित होना किसी झटके से कम नही है। सोमवार को नए सीएमओ ने भी भी ज्वाइन किया है और वह भी कर्मचारियों के रुख से आहत हैं। हालांकि कि कर्मचारियों को इतने बड़े पैमाने पर तबादले की जरा भ उम्मीद नही थी।
इस मामले में कुछ नही कहा जा सकता। शासन से आदेश आएगा उसी के आधार पर कार्य किया जाएगा। कर्मचारियों के रुख से विभागीय कामकाज प्रभावित होना चिंता का विषय है।
डॉ। नानक सरन
सीएमओ प्रयागराज