- कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए परेशान हो रहे है ंयुवा

- नही मिल रहा स्लॉट, चंद घंटो में भर जाती है बुकिंग

- हफ्तों से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं यंगस्टर्स

प्रयागराज- युवाओं के लिए कोरोना वैक्सीनेशन दिन ब दिन कठिन होता जा रहा है। वर्तमान में 18 से 44 साल के युवाओं को ऑनलाइन वैक्सीनेशन स्लॉट उपलब्ध नही हेा पा रहा है। दिनभर कोशिश करने के बावजूद उनको किसी भी हास्पिटल में वैक्सीन लगवाने की बुकिंग नही मिल पा रह है। हालत यह है कि पोर्टल खुलने के चंद घंटों में ही सभी स्लॉट बुंक हो जाते हैं और इसके बाद सप्ताह भर लोग अपनी बारी का इंतजार करते रहते हैं।

आधे घंटे में फुल हो जाते हैं 35 सेंटर्स

रविवार को सुबह दस पूरे सप्ताह भर के लिए स्लॉट बुक होने शुरू होते हैं। इसके लिए कोविन पोर्टल बुकिंग होती है। खुद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बताते हैं कि एक बार स्लॉट खुलने केबाद आधे घंटे में बुकिंग फुल हो जाती है। इसके बाद नए व्यक्ति को अगले एक सप्ताह तक दोबारा स्लॉट खुलने का इंतजार करना होता है। जिले में कुल 35 सेंटर्स पर कोरोना वैक्सीनेशन हो रहा है और प्रत्येक सेंटर पर रोजाना वैक्सीनेशन की संख्या फिक्स की गई है। इससे अधिक स्लॉट कोविन पोर्टल पर बुक नही किए जा सकते हैं।

प्राइवेट में भी नही हो रहा वैक्सीनेशन

शहर में एक बडी जनसख्या ऐसी भी है जो पेड वैक्सीनेशन यानी पैसे देकर कोरोना वैक्सीन लगवान को तेयार है लेकिन अभी तक सरकार ने प्राइवेट सेक्टर को इसकी इजाजत नही दी है। प्राइवेट अस्पताल संचालकों का कहना है कि वह लगातार वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के सपंर्क में हैं। सरकार से इजाजत मिलते ही उनको सप्लाई मिलने लगेगी। इसके बाद निर्धारित रेट पर लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती है। पेड वैक्सीनेशन करवाने वालों में यंगस्टर्स की बडी संख्या है।

तीसरी लहर से डरे हैं युवा

बता दें कि दूसरी लहर में बडी संख्या में युवाओं की जान गई है और इससे कही अधिक संख्या में यंगस्टर्स संक्रमित हुए हैं। इसको लेकर लोग डरे हुए हैं। उनका कहना है कि अगर जल्द ही सरकार ने युवाओं को वाक इन यानी ऑन स्पाट रजिस्टेशन के जरिए वैक्सीन नही लगवाई तो भविष्य में उनको खतरा हो सकता है। पूर्व में फ्रंट वारियर्स और बुजुर्गो को वैक्सीन लग चुकी है। अब केवल यंगस्टर्स और बच्चे ही शेष रह गए हैं।

गुरुवार को लगी कुल डोज- 10655

पहली डोज- 10534

दूसरी डोज- 121

अब तक जिले में लगी कुल वैक्सीन- 536625

कुल स्टाक में वैक्सीन- 59950

वर्जन

सरकार को ऐसा सिस्टम बनाना चाहिए कि अधिक से अधिक संख्या में युवाओं को वैक्सीन लग जाए, क्योंकि दूसरी लहर में सबसे ज्यादा युवा ही शिकार हुए हैं।

रोमित सिंह

कोरोना संक्रमण हो या कोई और बीमारी। घर से बाहर युवाओं को रहना पड़ता है। ऐसे में उनको वैक्सीनेशन की अधिक जरूरत है। बुजुर्गो को पहले ही वैक्सीन लगवाई जा चुकी है।

रितेश चोपडा

फिलहाल लोगों को वैक्सीन लगवाने में लंबा इंतजार करना पड रहा है। जो चूक गया उसे वैक्सीन लगवाने में सप्ताह भर वेट करना पड़ता है। इसलिए सरकार को युवाओं केलिए डायरेक्ट वैकसीनेशन का इंतजाम करना होगा।

शिप्रा टंडन

देश में 18 से 44 साल के लोगों की आबादी अधिक है। इसको ध्यान मे ंरखकर वैक्सीनेशन ड्राइव चलाई जानी चाहिए्। जिस तरह से वैक्सीन लग रही है उससे तो कई साल लग जाएंगे। यह चिंता की बात है।

रिषभ