प्रयागराज ब्यूरो स्वकर निर्धारण को लेकर परेशान पब्लिक की समस्याओं का हल अब चुटकियों में हो जाएगा। इसके लिए सभी आठ जोन में हाउस टैक्स हेल्प डेस्क स्थापित होगी। यहां हाउस टैक्स कैल्कुलेशन से जुड़े विभागीय एक्सपर्ट नियुक्त किए जाएंगे। यह लोग फार्म भरने से लेकर सेल्फ टैक्स निर्धारण तक की प्रकिया की जानकारी देंगे। इसके बाद भी किसी को दिक्कत है तो फरियादी के घर टीम भेजकर उसके सामने स्वकर प्रणाली के तहत हाउस टैक्स का सजरा तैयार किया जाएगा।

नगर आयुक्त ने की है पहल
कुल मिलाकर प्लान है कि किसी भी स्थिति में सेल्फ असेसमेंट में किसी को कोई दिक्कत नहीं आए। जोनवार हेल्प डेस्क की स्थापना को लेकर नगर आयुक्त के निर्देश पर अमल की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हुई। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी द्वारा सभी आठों जोन के जोनल अफसरों संग मीटिंग करके हाउस टैक्स हेल्प डेस्क की स्थापना के निर्देश दिए गए हैं। हेल्प डेस्क की रूप रेखा के बारे में भी सभी को जानकारी दी। कहा कि अविलंब इसकी स्थापना करते हुए पब्लिक की मदद की जाय।

2.28
लाख मकान हैं नगर निगम सीमा में
31
अक्टूबर तक जमा करना है सेल्फ असेसमेंट फार्म
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डेस्क पर बैठाए जाएंगे एक्सपर्ट
नगर निगम ने जीआईएस सर्वे के तहत हाउस टैक्स काफी बढ़ा दिया था।
इससे पूरे शहर के मकान मालिकों में खलबली मच गई थी। शिकायतों को देखते हुए सदन ने बड़ा निर्णय लेते हुए स्वकर प्रणाली लागू कर दिया।
अब स्वकर निर्धारण में पब्लिक को दिक्कतें आ रही हैं। फार्म दिए जाने के बावजूद लोग समझ नहीं पा रहे हैं।
नगर आयुक्त के पास समस्या को लेकर लोग पहुंचने लगे थे। इस पर नगर आयुक्त ने सभी जोन पर एक हाउस टैक्स हेल्प डेस्क खोलने के निर्देश दिया है।
इसके बाद मुख्य कर निर्धारण अधिकारी के द्वारा पूरा खाका तैयार किया गया।
सोमवार को उन्होंने जोनल अफसरों के साथ मीटिंग की। इसके बाद उन्होंने कहा कि हर हाल में दो से तीन दिन के भीर सभी जोन में यह हेल्प डेस्क खुल जाना चाहिए।
ताकि हाउस टैक्स से सम्बंधित किसी भी समस्या का निस्तारण त्वरित गति से किया जा सके।

सुबह दस से शाम चार बजे तक रहेंगे उपलब्ध
हाउस टैक्स हेल्प डेस्क पर कम से कम एक एक्सपर्ट की नियुक्ति होगी। वह सुबह दस बजे से शाम चार बजे कार्यालय अवधि में यहां मौजूद होगा। किसी कारण वश यदि तैनात कर्मचारी को अवकाश पर जाना पड़ा तो उसकी जगह दूसरे एक्सपर्ट तैनात किए जाएंगे। ताकि स्व कर निर्धारण प्रणाली से जुड़ी समस्या या शिकायत लेकर आने वालों की समस्या को निस्तारित करने में विलंब नहीं हो। बताते हैं कि नगर निगम के आठों जोन में इस हेल्प डेस्क के कार्यों की मानीटरिंग भी हर दूसरे दिन की जाएगी। यह काम खुद मुख्य कर निर्धारण अधिकारी करेंगे।


अब तुरंत छूमंतर हो जाएंगी समस्याएं
नगर निगम एरिया में कुल 2.28 लाख मकान ऐसे हैं जिनसे विभाग को हाउस टैक्स की प्राप्ती होती है। आय बढ़ाने के लिए सरकार के निर्देश पर मकानों का जीआईएस सर्वे कराया गया था।
इस सर्वे में मकानों का क्षेत्रफल काफी बढ़ गया था। इस रिपोर्ट के अनुसार करीब 92 हजार मकान ऐसे थे जिनका हाउस टैक्स एक दो नहीं दसियों गुना बढ़ गया था।
अचानक बढ़े इस हाउस टैक्स की रकम को लेकर शहर के मकान मालिकों में हाहाकार मच गया। सभी के होश फाख्ता हो गए और परेशान हालत में नगर निगम का चक्कर काटने लगे।
इस बीच नगर निगम के सदन की दूसरी बैठक में भी इसे लेकर हंगामा हुआ। सदन ने सर्व सम्मति से स्वकर प्रणाली लागू करने की मांग करते हुए प्रस्ताव को पास किया।
स्वकर प्रणाली लागू होने के बाद सभी आठ जोन कार्यालय में फार्म रखे गए।
नियमानुसार सभी मकान मालिकों को खुद से अपने मकान का असेसमेंट करके हाउस टैक्स निर्धारित करने का अधिकार दिया गया।
इसके बाद स्वयं किस तरह से हाउस टैक्स निर्धारित करना है यह बात लोगों की समझ नहीं आ रहा।
जबकि 31अक्टूबर तक सेल्फ असेसमेंट फार्म हर किसी को जोन कार्यालयों में जमा करनी अंतिम डेट है।
ऐसे में परेशान लोग नगर निगम व जोन कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं। मगर अब किसी को परेशान नहीं होना पड़ेगा। क्योंकि आठों जोन कार्यालयों पर एक-एक हाउस टैक्स डेस्क ओपन किया जाएगा।
जहां पर इस तरह की समस्याओं का समाधान खुद विभाग के एक्सपर्ट करेंगे। वह लोगों को फार्म भरने के तरीके से लेकर सेल्फ हाउस टैक्स असेसमेंट का फार्मूला भी बताएंगे।

विभाग की मंशा है कि लोगों की समस्याओं को त्वरित निस्तारण हो। हाउस टैक्स से जुड़ी समस्याओं को निस्तारित करने के लिए हर जोन पर हेल्प डेस्क खोले जाएंगे। ताकि हाउस टैक्स को लेकर जिसे भी कोई दिक्कत है तत्काल हर कराते हुए फार्म समय से जमा कराया जा सके।
पीके द्विवेदी, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी