प्रयागराज (ब्यूरो)। इस समय शहर में हजारों ऐसे मकान हैं जिन पर हाउस टैक्स के नाम पर करोड़ों रुपए बकाया है। इन्होंने लंबे समय से टैक्स जमा नही किया और इसके चलते उन पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। जानकारी के मुताबिक शहर में 22 हजार ऐसे मकान हैं जिनमें प्रत्येक पर 10 से 30 हजार रुपए का हाउस टैक्स बकाया है। इस तरह से इन मकानों पर 37 करोड़ रुपए का कुल बकाया है। इसी तरह दस हजार रुपए तक हाउस टैक्स के बकाए वाले 52 हजार मकान मौजूद हैं। इनसे नगर निगम को 22 करोड़ रुपए की वसूली करना है। इसी क्रम में 30 से 60 हजार रुपए बकाए वाले 3500 मकान भी शहर में मौजूद हैं। इनसे 13.5 करोडु रुपए बतौर हाउस टैक्स वसूल किया जाना है। कुल मिलाकर 77 हजार मकानों पर 72.5 करोड़ रुपए का हाउस टैक्स बकाया है।

पहली बार लागू हुई योजना

ओटीएस योजना को नगर निगम ने पहली बार लागू किया है। तीन जनवरी को इसे लागू किया गया था। जिसका मकसद था हाउस टैक्स के करोड़ों के बकाए को वसूलना। इस योजना में बकाए पर लागू ब्याज को हटा दिया जाना था। जिसके बाद केवल टैक्स की मूल रकम को ही जमा कराया जाना था। लेकिन इस योजना में उम्मीद से कम लोगो ंने भागीदारी निभाई। जानकारी के मुताबिक अब तक ओटीएस 6 हजार बकाएदारों ने 7 करोड़ रुपए की रकम जमा कराई है। जबकि बकाया इससे कहीं ज्यादा बचा हुआ है।

नही बढ़ी डेट तो होगी मुश्किल

वर्तमान में ओटीएस योजना की अंतिम तिथि 31 मार्च तक तय की गई है। माना जा रहा है कि इसके बाद इसे एक्सटेंड नही किया जाएगा। ऐसे में जो लोग अभी इस योजना में नही आ रहे हैं उनको आगे चलकर दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। उन्हें फिर ब्याज सहित बकाया रकम चुकानी पड़ सकती है। इससे उन पर आर्थिक बोझ भी बढ़ेगा। फिलहाल नगर निगम लोगों को जागरुक करने में जुटा हुआ है।

लोगों तक योजना के लाभ की जानकारी पहुंचाई जा रही है। बहुत से लोगों ने योजना का लाभ लिया है। जो लोग बाकी रह जाएंगे, योजना समाप्त होने के बाद उनको पूरी रकम जमा करनी पड़ सकती है।

पीके मिश्रा, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी नगर निगम प्रयागराज