प्रयागराज (ब्‍यूरो)। होटल में काम करने वाले कर्मचारी 22 शारदा प्रसाद वर्मा उर्फ धीरज की दूसरे फ्लोर पर स्थित कमरे में मौत हो गई। गुरुवार रात करीब 12 बजे से उसकी ड्यूटी थी। लिहाजा वह शाम को रूम में सोने के लिए चला गया था। 12 बजे तक जब वह काम पर नीचे नहीं आया तो साथी कर्मचारी बुलाने पहुंचे। रूम का दरवाजा अंदर से बंद था, लिहाजा आवाज देने के बाद भी उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। कर्मचारियों समेत होटल मैनेज तक अनहोनी की आशंका से घिर गए और खबर पुलिस को दी गई। घटना शहर के शाहगंज साइड रेलवे स्टेशन गेट नंबर एक के सामने की है।

पांच साल से यहां करता था काम
होटल कर्मचारी शारदा प्रसाद मूल रूप से मध्य प्रदेश के सीधी चुरहट गांव का निवासी था। छानबीन में पुलिस को पता चला कि वह पांच साल पूर्व यहां आया था। आने के बाद वे होटल में बतौर कुक काम करने लगा। होटल के सेकंड फ्लोर पर स्थित रूम में वह रहता भी था। बताते हैं कि गुरुवार रात उसकी होटल में 12 बजे से ड्यूटी थी। इस लिए शाम को ही वह रूम में सोने के लिए चला गया। तब तक सब कुछ ठीक चल रहा था। रात के 12 बज चुके थे फिर भी वे नीचे काम पर नहीं आया। यह देखकर कुछ कर्मचारी उसे बुलाने के लिए पहुंचे। देखे तो रूम का दरवाजा अंदर से बंद था, लिहाजा सभी शारदा को आवाज देने लगे। काफी बुलाने के बाद भी अंदर से उसका कोई जवाब नहीं आया। इस स्थिति की खबर कर्मचारियों ने होटल मैनेजर व मालिक को दी। अनहोनी की आशंका पर उनके जरिए इस स्थिति की जानकारी शाहगंज पुलिस को दी गई।

फोरेंसिक टीम ने कलेक्ट किये साक्ष्य
खबर मिलते ही थाना प्रभारी थार्नहिल चौकी इंचार्ज मनोज कुमार सहित अन्य जवानों संग मौके पर पहुंचे। दरवाजे की खिड़की में लगे शीशे से किसी तरह जवानों ने देखा तो शारदा मृत अवस्था में रूम के अंदर चारपाई पर पड़ा था। थाना प्रभारी के द्वारा मौके पर बुलाई गई फोरेंसिक टीम के द्वारा किसी सूरत दरवाजा खोला गया। इसके बाद जवान अंदर पहुंचे तो उसकी सांसें थम चुकी थी। छानबीन में कमरे से पुलिस को कोई सुसाइड नहीं मिला। फोरेंसिक टीम के द्वारा मौके से सैंपल कलेक्ट किए गए। इसके बाद पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। सूत्र बताते हैं कि पोस्टमार्टम में भी मौत की स्थिति क्लियर नहीं हो सकी। डॉक्टरों के द्वारा बिसरा प्रिजर्व किया गया है।

देर रात मिली सूचना मिली थी। छानबीन के बाद बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकता है। रूम का दरवाजा अंदर से बंद था।
मुदित राय एसओ, शाहगंज