प्रयागराज ब्यूरो । सिविल लाइंस में मॉडल रोडवेज बस स्टैंड का सपना देखने वालों के लिए खुशखबरी है। ख्वाबों के इस बस स्टैंड का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। इसकी बिल्डिंग का नक्शा तैयार हो चुका है। इस नक्शे को पीडीए ने हरी झण्डी दे दी है। यह बात दीगर है कि निर्माण का कार्य महाकुंभ के बाद ही शुरू होगा। क्योंकि महाकुंभ से पूर्व काम शुरू होने पर आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को परेशानी होगी। इसी लिए फिलहाल काम शुरू नहीं किया जा रहा है।
ओमैक्स कराएगा निर्माण
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में नित नए कार्यों की रूपरेखा तैयार की जा रही है। करीब दो साल पहले सिविल लाइंस बस स्टैंड का कायाकल्प करने की योजना बनाई गई थी। प्लान था कि इस बस स्टैंड को महाकुंभ के पूर्व आकर्षक और मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। कार्यदायी संस्था ओमैक्स को नामित भी किया जा चुका है। मगर प्रोजेक्ट काफी बड़ा था। तमाम छानबीन और आंकलन के बाद रिपोर्टें तैयार की गईं। जिस पर काम के लिए वक्त का आंकलन किया गया तो करीब एक वर्ष का टाइम लगने की बात सामने आई थी। क्योंकि इस बिल्डिंग का नक्शा भी अभी पास नहीं हो सका था। कार्यदायी संस्था के द्वारा 15 फ्लोर के इस बस स्टैंड का नक्शा तैयार किया गया। इस नक्शे में कुछ कानूनी अड़चनें आ रही थीं। जानकार बताते हैं कि अब इस नक्शे को पीडीए से भी अनुमति मिल गई है। मगर, महाकुंभ जनवरी से शुरू हो जाएगा। इसने कम समय में यह काम पूरा हो पाना संभव नहीं है। यदि किसी सूरत काम शुरू भी करा दिया जाए तो पूरा रोडवेज बस स्टैंड का परिसर डिस्टर्ब हो सकता है। इस लिए अब कहा यह जा रहा कि इस को महाकुंभ के बाद शुरू कराया जाएगा। ताकि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न झेलना पड़े। बताते हैं कि इसके लिए करीब 149 करोड़ रुपये का बजट शासन ने स्वीकृत हुआ है। बस अब इंतजार है तो महाकुंभ के बीतने का।
इस मॉडल बस स्टैंड में यात्रियों को कई तरह की लक्जरी सुविधाएं मिलेंगी। इसमें एक होटल भी बनाया जाएगा। जहां पर यात्री मन पसंद खाना न नाश्ते का लुत्फ उठा सकेंगे। एक बैंक्वेट हॉल भी होगा। फूड कोड अलग से बनाया जाएगा। जहां पर लोग फास्ट फूड का आनन्द ले सकेंगे। जरूरत पडऩे पर लोग यहां बनाए गए होटल में रूम लेकर रुक भी सकते हैं।
बस स्टैंड का नक्शा पास हो चुका है। पंद्रह फ्लोर की इस बिल्डिंग में कई सुविधाएं यात्रियों के लिए होंगी। इसके बन जाने के बाद सुविधाएं काफी अच्छी हो जाएंगी।
राहुल सिंह, तकनीकी सहायक पीडीए