प्रयागराज (ब्यूरो)। इसी तरह मेडिकल कॉलेज में भी रोजाना तीन हजार नए मरीज आते हैं। यहां पर भी शनिवार को ओपीडी का संचालन नही होगा। केवल इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी। जूनियर डॉक्टर्स ने भी आईएमए के साथ हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। हालंाकि इस बीच बेली और काल्विन अस्पताल में इलाज की सेवाए जारी रहेंगी। इसकी वजह से यहां पर लोड बढृना स्वाभाविक माना जा रहा है। डॉक्टर्स की कमी से यह दोनों अस्पताल पहले से जूझ रहे हैं।

एएमए देगा एसएसपी को ज्ञापन

शुक्रवार शाम एएमए की इमरजेंसी मीटिंग में यह फैसला लिया गया है। हड़ताल के दौरान शनिवार को सुबह 11 बजे एएमए की जनरल बॉडी मीटिंग की बैठक होगी। जिसमें इस मामले में डॉक्टर्स अपनी राय रखेंगे। इसके तुरंत बाद एसएसपी से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा। दोपहर बारह बजे एएमए की ओर से प्रेस क्लब में इस मामले को लेकर प्रेस कांफें्रस में भी रखी गई है। जिसे प्रेसीडेंट डॉ। सुजीत सिंह और सेक्रेटरी एएमए डॉ। आशुतोष गुप्ता संबोधित करेंगे। यह जानकारी एएमए के प्रवक्ता डॉ। अनूप चौहान ने दी है।

किसलिए मनाया जाएगा प्रोटेस्ट डे

बता दें कि राजस्थान की गोल्ड मेडलिस्ट गायनेकोलाजिस्ट डॉ। अर्चना शर्मा ने पिछले दिनों फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली थी। बताया गया कि एक मरीज की डिलीवरी के दौरान अधिक खून बह जाने से उसकी मौत हो गई थी। इस पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया था। इस पर पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। इससे व्यथित होकर उन्होंने फांसी लगा ली थी। इस पर पूरे देश में डॉक्टर्स विरोध जता रहे हैं। वह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रहे हैं। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स ने इसके विरोध में गुरुवार को कैंडिल मार्च भी निकाला था। धीरे धीरे यह मामला जोर पकडृता जा रहा है।