कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका के चलते सक्रिय हुआ स्वास्थ्य विभाग

सीएमओ ने गठित की चार टीमें, सरकारी और निजी अस्पतालों में होगा निरीक्षण

दूसरे राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग भी अपनी कमर कसने लगा है। सभी सरकारी और 100 से ज्यादा बेड वाले निजी अस्पतालों में यह पड़ताल कराए जाने की योजना बनी है कि उनमें आकस्मिक स्थितियों से निपटने के क्या इंतजाम हैं। सभी बेड तक आक्सीजन सप्लाई, वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसंट्रेटर, चिकित्सकों के प्रशिक्षित होने के अलावा यह भी देखा जाएगा कि एंबुलेंस की कितनी उपलब्धता है। सीएमओ ने चार टीमें बना दी हैं जो बुधवार से ही अस्पतालों का निरीक्षण करेंगी।

मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य करेंगे निगरानी

स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में मेडिकल कालेज के प्राचार्य की टीम पड़ताल कर रही है तो काल्विन अस्पताल, डफरिन अस्पताल, बेली अस्पताल, जिला क्षय रोग अस्पताल, 100 बेड से अधिक वाले सभी निजी अस्पतालों में सीएमओ की तरफ से गठित टीमें जाकर हर एक बिंदु पर परीक्षण करेंगी। आक्सीजन पर टीमों का ध्यान केंद्रित रहेगा कि बेड तक सप्लाई कैसी है, कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर चालू हालत में हैं या नहीं। निजी अस्पताल यदि कोविड अस्पताल बनाए जाते हैं तो मरीज के लाए जाने से लेकर उसे भर्ती करने और फौरन आक्सीजन देने में लगने वाले समय की पड़ताल की जाएगी।

बुधवार से टीमें अस्पतालों में जाएंगी। चार टीमें इसलिए बनाई गई हैं जिससे कि सभी अस्पताल जल्द से जल्द कवर हो जाएं। सीएमओ ने आशंका जताई है कि कोरोना की तीसरी लहर सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में ही आ सकती है इसलिए तैयारियों को परखा जा रहा है।

डा। नानक सरन

सीएमओ