प्रयागराज ब्यूरो । यह वही अस्पताल है जिसकी शुरुआत काफी जोर शोर से की गई थी। कहा गया था कि भगवतपुर गांव और आसपास के एरिया के लोगों को सरदार वल्लभ भाई पटेल 100 बेडे हॉस्पिटल के जरिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। लेकिन इस कथन को असलियत में नही बदला जा सका है। तीन साल बाद भी इस अस्पताल को अपना फीडर नही मिला, जिससे इसे अपना कनेक्शन नही मिला है। अस्पताल को भगवतपुर गांव की बिजली से चलाया जा रहा है। जिसमें कई कई घंटे तक कटौती से मरीज परेशान हो जाते हैं।
भर्ती और ओपीडी में होती है दिक्कत
अस्पताल में बिजली कनेक्शन नही होने से गर्मी और सर्दी दोनों मौसम मे डॉक्टर ओपीडी में बैठने से कतराते हैं। क्योंकि लाइट चले जाने से यहां अंधेरा रहता है और पंखा भी नही चलता। इसके अलावा वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों को लाइट जाने से दिक्कत होती है। बता दें कि शहर पश्चिमी के इस अस्पताल की आधारशिला 2020 में पूर्व भाजपा कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने रखी थी। वहीं अस्पताल का उदघाटन 2022 में पूर्व सांसद केशरी देवी पटेल ने किया था। इसके अलावा 2023 में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अस्पताल का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल को दिशा-निर्देश भी दिया था।
बार बार मांगने के बाद भी नही मिला फीडर
इतना सब हाने के बाद भी तीन साल में अस्पताल को अपना फीडर नही मिला। जबकि नियमानुसार अस्पताल को इसेंशियल सेवाओं में रखा जाता है और यहां बिजली का फीडर सेपरेटली लगाया जाता है जिससे मरीजों को चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति मिलती रहे। इसको लेकर अस्पता प्रबंधन की ओर से बिजली विभाग को कई पत्र लिखे गए लेकिन सुनवाई नही हुर्ह। एयरपोर्ट के पास स्थित यह अस्पताल महाकुंभ को देखते हुए काफी मायने रखता है, लेकिन अस्पताल में इतने बड़े आयोजन को लेकर कोई तैयारी नजर नहीं आ रही है। अव्यवस्थाओं के चलते मरीज भी यहां आने से कतराने लगे हैं। यह भी बता दें कि अस्पताल में एक्सरे और पैथोलॉजी को छोड़कर और कोई भी जांच उपलब्ध नहीं है। स्टाफ की भी कमी है। एक वार्ड ब्वाय और तीन नर्स के भरोसे अस्पताल चल रहा है।बिजली का कनेक्शन अभी तक नही हो सका है। फीडर क मांग लगातार की जा रही है लेकिन सुनवाई नहीं हुई है। बावजूद इसके अस्पताल की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
डॉ। इश्तियाक अहमद, सीएमएस, सरदार बल्लभ भाई पटेल 100 बेड अस्पताल